पी जी खोलें और बढ़िया कमायें
आजकल जिधर देखिये पी जी का विज्ञापन दिख जाएगा. इस पोस्ट में हम पी जी के बारें में चर्चा करेंगे.
मिसेज शर्मा बहुत एक्टिव महिला हैं. उनका घर भी बहुत बड़ा है. दोनों बच्चे बड़े हो गए, दूसरे शहरों में रहते हैं. पति देव का भी touring जॉब है. मिसेज शर्मा का समय ही नहीं कटता था. उन्होंने कई बार किरायेदार रखने की बात सोची लेकिन शहर में बढ़ते अपराध को देखते हुए अकेले रहनेवाली महिला के लिये किरायेदार रखना भी खतरे से खली नहीं. उनके बड़े भाई जो बैंक में जॉब करते हैं, उनसे मिलने आये और उनको लड़कियों के लिये पीजी खोलने की सलाह दी. पी जी या गर्ल्स हॉस्टल यह आईडिया मिसेज शर्मा को अच्छा लगा.
शहर में बहुत सारे पी जी या गर्ल्स हॉस्टल हैं और अच्छे से चल रहे हैं. लेकिन लड़कियों के लिये या लड़कों के लिये भी पी जी खोलना इतना आसान भी नहीं है. खास कर लड़कियों को रखना जिम्मेदारी भरा काम होता है. उनकी हर जरूरतों का ध्यान रखना पड़ता है.
साकेत इलाके में रहनेवाली एक पी जी चलनेवाली महिला के अनुसार लड़कियों के लिये पी जी खोलना बहुत आसान है, यदि इसमें कुछ सावधानियां बरती जाय. उनके अनुसार पी जी को विशुद्ध व्यवासायिक रूप में न देखें तो अच्छा रहेगा. लड़कियों के लिये घर जैसा माहौल प्रदान करने से काम ज्यादा आसान हो जाता है.
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ऐसे पी जी का का, थोडा सा झंझट वाला है. कमरे की सफाई, बिजली पानी की सतत आपूर्ति, लड़कियों के बाहर जाने के समय को नियंत्रित रखना, उनकी सुरक्षा, उनके लिये खाने पीने की व्यवस्था करना, ऐसे बहुत सारे छोटे छोटे काम होते हैं. यदि इन सबके लिये सही प्लानिंग की जाय तो मुश्किल भी नहीं है. बिजली पानी संबंधी गड़बड़ी को दूर करने के लिए इलेक्ट्रीशियन या प्लंबर का लिस्ट बना लें और जब भी जरुरत पड़े उनको बुला लें.
सरना पी जी फॉर गर्ल्स की ओनर मिसेज सरना कहती हैं- ‘मैंने रात 8 बजे तक का डेडलाइन दे रखा है, यदि मुझे यह लगता है कि कोई लडकी इसका पालन नहीं कर रही है तो मैं उसे हिदायत देती हूँ. आखिर उनके सिक्यूरिटी की जिम्मेवारी भी तो मेरी ही है.
इसके साथ ही छोटी छोटी चीजों का भी ध्यान रखना भी जरुरी होता है. चूँकि बच्चे अपना अपना घर छोड़कर आती हैं; अतः उनको घर जैसा माहौल देना बहुत जरुरी होता है.”
उनकी सुविधा के लिये खाना बनानेवाली, कपडे प्रेस करनेवाली, कपडे धोनेवाली आदि का इंतजाम आपको ही करना होता है.
यदि आपके पास गर्ल्स की पर्याप्त संख्या है तो आप कुक रखकर मेस भी चला सकते हैं. कुक खाना बनाने के अलावे अन्य काम भी कर देगा. या तो टिफिन सर्विस लगाकर खाने बनाने के झंझट से बच सकते हैं.
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यदि कुक रख कर अपने यहाँ खाना बनबाते हैं तो ब्रेकफास्ट, लंच, ब्रंच और डिनर सबका इंतजाम हो जाता है और आप गर्ल्स की फरमाइश भी पूरी की जा सकती है. हाँ कुक रखकर उसको सैलरी जरुर देनी पड़ेगी. इस समय शहरों में आकर पढ़नेवालों छात्र छात्राओं की संख्या इतनी बढ़ गयी है कि पी जी खोलना कहीं से भी घाटे का काम नहीं है.
हाँ इस बात का हमेशा ध्यान रखना होगा कि इसे पूरी तरह से व्यवासायिक तौर पर चलाया जाएगा तो काम बढ़ने पर कुछ दिक्कतें आ सकती है. यदि आपके पास खुद अपनी जगह हो तो उसमें हॉस्टल खोला ज्यादा बेहतर रहेगा.
ऐसे आजकल लोग कमरा या फ्लैट्स किराया पर लेकर भी पी जी चला रहे हैं लेकिन अपना कमरा या फ्लैट हो तो बहुत बढ़िया रहता है. यदि आप इसी उद्देश्य से कमरा बनबा रहे हैं तो कमरा पी जी के हिसाब से बनवाएं.
पी जी अच्छे से चले इसके लिये आपकी जान पहचान अच्छी होनी चाहिए.
Start Paying Guest Hostel Earn Money/ पी जी या गर्ल्स हॉस्टल या Boys PG खोलने से पहले निम्न बातें तय कर लें तो अच्छा रहेगा:
1. जिस जगह आप PG खोल रहे हैं वहां का वातावरण अच्छी होनी चाहिए.
2. PG के प्रत्येक कमरे में कितने लोगों को जगह देनी है यह तय करें.
3. PG के हर कमरे में बिजली और सामान रखने का समुचित प्रबंध हो.
4. घर के आस पास या PG के आसपास दैनिक प्रयोग की आवश्यक वस्तु मिलती हैं या नहीं -यह भी सुनिश्चित कर लें.
5. PG खोलने हेतु हर कार्यवाही जो पूरा करना जरुरी होता है. उसे जरुर पूरा करना चाहिए.
6. घर जिसमे PG खोलना है, उसे गेस्ट हाउस जैसा बनायें. उसे ऐसा बनवाएं जिसमे ज्यादा से ज्यादा जगह निकल सके.
7. यदि आपके पास जगह पहले से ही है तो बाकी चीजों के इंतजाम करने के लिये जरुरी सामानों का लिस्ट बना लें. उसके अनुसार एक बजट भी बना लें. कुछ चीजों में तो एक बार ही निवेश की जरुरत होती है. जैसे आलमारी, फर्नीचर, टेबल कुर्सी, पंखे, गीजर, एसी, टीवी, Wi-Fi आदि आदि. बजट बनाने से आपको खर्च का सही सही आकलन हो जाता है.
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8. आजकल विज्ञापन का जमाना है, अपने पी जी का विज्ञापन करने के लिये आपको कुछ रकम खर्च करना होगा. अख़बारों में पर्चे डालकर, पोस्टर और बैनर बनाकर, या केबल द्वारा विज्ञापन देकर आप अपने पी जी का विज्ञापन कर सकते हैं. एक बार यदि पी जी चल जाता है तो उसमे रहने वाले बच्चे / गर्ल्स ही आपका प्रचार करते हैं.
9. आजकल आपको कुछ सुविधा अनिवार्य रूप से देनी होती है; जैसे वाई-फाई इन्टरनेट कनेक्शन, fridge, टीवी,जाड़े में गीजर, गर्मी में कूलर/ एसी आदि.
10. पी जी में रह रही लड़कियों की सुरक्षा का विशेष ध्यान रखना चाहिए. उनके आने जाने का समय निश्चित करें. हो सके तो गेट पास का प्रयोग करें. आजकल सुरक्षा के मद्देनजर PG के प्रवेश द्वार या बाहरी भाग में कैमरा लगाकर सुरक्षा का प्रबंध किया जा सकता है.
11. हॉस्टल की अच्छी repute आपको लम्बे अन्तराल में फायदा देता है और आपकी साख बढ़ती है, इसका विशेष ध्यान रखें.
यदि कोई व्यक्ति PG for girls न खोलकर सिर्फ PG for Boys खोलना चाहता है तो सबकुछ तो लगभग एक जैसा ही रहता है लेकिन boys के PG में अनुशासन पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए ताकि PG का माहौल सुखद और बढ़िया बना रहे.
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yogi Saraswat says
इधर ग्रेटर नॉएडा में तो ये खूब चलता है !!
kavita says
bht acha lga.agr new business start krna h pg ya hostel ka to kitna kharch aayega??or kya rent pe lekr koi b ghr ya hall pg start kr sakte usko setup kr ke?? plz reply me
madhu singh says
bahut accha laga per sab kuch milake kitna kharcha aayega pg ka rent wagera lagake funiture wagera ko lagake please reply fast.
Pankaj Kumar says
यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप अपना पीजी किस शहर में खोलना चाहते हैं. वहां का किराया कितना है. इसके लिए आपको अपना बजट स्वयं बनाना चाहिए. फर्नीचर भी इस बात पर निर्भर करता है कि आप किस तरह का प्रयोग में लाना चाहते हैं. यह आपको ही निश्चित करना होगा.
Rajender says
P.g.for boys ka kholna chahta hu Jaipur city me aap btao ki konsi jagah sthan sahi rhega Jaipur me
Rahul says
Residential area me boys hostel khol sakte hai kya
Ramesh Chand Swarnkar says
Mai pG kholna chahta hu skit jaipur me kitne kiraye par njan mil jayega
Rajesh Kumar says
Mai noida me pg.kholna chaite h kitne kharc lagega