जब मैं इंग्लैंड के प्रभावशाली लोगों के बारे में जानकारी के लिए 10 famous people of England गूगल के सर्च बॉक्स में टाइप किया तो उसमें सबसे ऊपर जिस व्यक्ति का नाम आया, उसके बारे में पढ़कर मुझे बहुत आश्चर्य हुआ. ब्रिटेन में एक से बढ़कर एक लोग हुए, लेकिन एक व्यक्ति तो साधारण पृष्ठभूमि का है, सर्च में सबसे ऊपर कैसे आ गया. आइये जानते हैं उस महान व्यक्तित्व इसम्बार्ड किंगडम ब्रुनेल के बारे में. Isambard Kingdom Brunel Biography in Hindi
Isambard Kingdom Brunel (1806 – 1859) इसम्बार्ड किंगडम ब्रुनेल
इसम्बार्ड किंगडम ब्रुनेल (1806 – 1859) 19वीं सदी के सबसे बहुमुखी और दुस्साहसिक इंजीनियरों में एक थे. इंग्लैंड में कई सुरंगों, पुलों, रेलवे लाइनों और जहाजों के डिजाइन का श्रेय उनको जाता है।
इसम्बार्ड किंगडम ब्रुनेल का जन्म पोर्ट्समाउथ में 9 अप्रैल 1806 को हुआ था। उनके पिता मार्क एक फ्रांसीसी इंजीनियर थे, जो क्रांति के दौरान फ्रांस से फरार हो गये थे। Brunel की शिक्षा- दीक्षा इंग्लैंड और फ्रांस दोनों दोनों देशों में हुई।
इंग्लैंड लौटकर उन्होंने अपने पिता के साथ ही काम करना शुरू कर दिया। उन्होंने अपने पिता के साथ मिलकर Rotherhithe से Wapping तक प्रसिद्ध टेम्स सुरंग का डिजाईन बनाया और इसको 1843 में पूरा भी कर दिया. यह Brunel को पहली उल्लेखनीय उपलब्धि थी. 1831 में Brunel द्वारा एवन नदी पर क्लिफ्टन सस्पेंशन ब्रिज के लिए निर्मित डिजाइन प्रतियोगिता में विजयी हुई. उसी साल उसका निर्माण कार्य भी शुरू हुआ, लेकिन यह 1864 तक पूरा नहीं किया गया।
जिन कामों काम के लिए Brunel को शायद सबसे ज्यादा याद किया जाता है, वह है – ग्रेट वेस्टर्न रेलवे के लिए सुरंगों, पुलों और पुलियों के एक नेटवर्क का निर्माण कार्य।
उनको 1833 में मुख्य अभियंता नियुक्त किया गया. इस बार ब्रिस्टल और लंदन को जोड़ने की बड़ी जिम्मेदारी उनको दी गयी.
इसके निर्माण के दौरान प्रभावशाली उपलब्धियों में शामिल हैं : Hanwell और Chippenham, the Maidenhead Bridge, the Box Tunnel और Bristol Temple Meads Station का निर्माण कार्य.
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Brunel इस लाइन पर मानक गेज के स्थान पर ब्रॉड गेज शुरू करने के लिए विख्यात हैं। स्विनडन, ग्लॉस्टर और साउथ वेल्स के लाइन पर काम करते हुए उन्होंने ट्यूबलर, निलंबन और पुलिंदा पुल के संयोजन की तरकीब खोज निकली. Chepstow में Wye पार करने के लिए इसका प्रयोग किया गया। इस डिजाइन को आगे प्लायमाउथ के पास Saltash में तामार पुल के निर्माण में और सुधारा गया।
पुलों, सुरंगों और रेलवे के निर्माण के साथ ही साथ, Brunel कई प्रसिद्ध जहाजों के डिजाइन भी बनाये। 1837 में शुरू की गयी पहली स्टीमर ‘द ग्रेट वेस्टर्न‘ ट्रान्साटलांटिक सेवा में शामिल की गयी. 1843 में शुरू की गयी ‘ग्रेट ब्रिटेन’, दुनिया का पहला लौह-ढांचा वाला जहाज था. यह जहाज स्क्रू प्रोपेलर संचालित, भाप चालित यात्री लाइनर था। 1859 में शुरू की गयी ‘ग्रेट ईस्टर्न’, जॉन स्कॉट रसेल के साथ सहयोग में डिजाइन किया गया था और उस समय तक यह सबसे बड़ा जहाज था. लेकिन यह व्यावसायिक रूप से सफल नहीं हुआ ।
Brunel ने कई ब्रिटेन के कई प्रमुख जेटी का भी फिर से डिजाईन बनाया और उसे नया स्वरूप दिया. इसमें प्रमुख हैं – ब्रिस्टल, मोंकबेयरमाउथ, कार्डिफ़ और मिलफोर्ड हेवेन। इसके बनने से ब्रिटेन में यातायात के कई नए मार्ग खुल गए.
हालांकि ब्रुनेल एक आम आदमी था, लेकिन इंग्लैंड में उसकी प्रतिष्ठा किसी भी राजनेता, शाही परिवार के सदस्य या सैन्य अधिकारी से कहीं अधिक है. इसका मुख्य कारण है कि ब्रुनेल ने अपनी लगन और मेहनत के बल पर इंग्लैंड की तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
Brunel की मृत्यु 15 सितंबर 1859 एक स्ट्रोक की वजह से हो गयी।
Yogi Saraswat says
Brunel ने कई ब्रिटेन के कई प्रमुख जेटी का भी फिर से डिजाईन बनाया और उसे नया स्वरूप दिया. इसमें प्रमुख हैं – ब्रिस्टल, मोंकबेयरमाउथ, कार्डिफ़ और मिलफोर्ड हेवेन। इसके बनने से ब्रिटेन में यातायात के कई नए मार्ग खुल गए.बहुत बेहतर जानकारी पंकज जी