प्रस्तुत पोस्ट Wealth Quotes in Hindi में हम धन/वैभव /लक्ष्मी / अर्थ जो भी कहें, इनपर कुछ प्रसिद्ध लोगों द्वारा कहे गए उत्तम विचारों को पढ़ेंगे। उम्मीद है कि ये कथन आपको पसंद आएंगे।
धन पर अनमोल वचन
1. दान, भोग और नाश – धन की ये तीन गतियाँ होती हैं। जो न देता है और न भोगता है, उसके धन की तीसरी गति होती है।
– भर्तृहरि
2. धन दिलाए तीन नाम – धन्नू , धनपत , धन्ना सेठ।
– पंकज कश्यप
3. जिसके पास धन है वही कुलीन, वही पंडित, विद्वान, गुणज्ञ, वक्ता और रूपवान है। धन से सब गुणों को आश्रय मिलता है।
– भर्तृहरि
4. भाग्य क्रम में धन आता और जाता है।
–मृच्छकटिक
5. किसका धन चंचल नहीं है?
–मृच्छकटिक
6. राजनीति और श्रेष्ठ कर्मों के आरंभ के मूल में धन ही होता है।
—दंडी
7. जो लक्ष्मी को पाना चाहता है उसे लक्ष्मी भले न मिले पर जिसे स्वयं लक्ष्मी चाहे वह उसे न मिले यह कैसे हो सकता है?
—कालिदास
8. जहां मूर्ख पूजे नहीं जाते, अन्न संचित रहता है और जहां पत्नी – पति में कलह नहीं होता वहाँ लक्ष्मी आप ही आकर आसन जमाती है।
—कालिदास
9. सज्जन पुरुष धर्म के लिए ही प्रयत्नपूर्वक धन संग्रह करते हैं।
—आचार्य क्षेमेन्द्र
10. धन जीवन का सर्वोपरि साधन है। उसका नाश जीवन की हानि है।
—आचार्य क्षेमेन्द्र
11. धन संपत्ति मिथ्या अभिमान से उन्मत्त कर देती है।
—बाणभट्ट
12. कामना आदि आँखों के विकार के समान अंधता आदि श्री के दोष हैं।
—बाणभट्ट
13. मनस्विता धन की गर्मी से झुलस जाती है।
—बाणभट्ट
14. मेरे पास बुद्धि है परंतु धनहीन मैं क्या करूँ?
—कल्हण
15. धन से सभी वश में आ जाते हैं।
—पंचतंत्र
16. धन तो असमय के मेघ के समान अकस्मात आता है और चला जाता है।
—कथासरित्सागर
17. इस संसार में धनियों को पराया भी अपने जैसा लगने लगता है।
—पंचतंत्र
18. आपत्तिकाल के लिए धन की रक्षा करनी चाहिए।
—पंचतंत्र
19. जिनके पास संपत्ति है वे यदि वृद्ध भी हो चुके हैं तो जवान हैं और जो संपत्ति से रहित हैं तो वे जवान भी वृद्ध हैं।
—पंचतंत्र
20. अप्रतिभाशाली की विद्या, कंजूस का धन और डरपोक का बाहुबल पृथ्वी पर ये तीनों ही व्यर्थ हैं।
—पंचतंत्र
21. धन होने पर व्यापार करना चाहिए, थोड़ा धन हो तो कृषिकार्य करनी चाहिए। कुछ भी न हो तो सेवा करनी चाहिए।
—पंचतंत्र
22. संसार में कोई ऐसा व्यक्ति नहीं होगा जो लक्ष्मी को न चाहे।
—हितोपदेश
23. मनुष्य मनुष्य का सेवक नहीं होता है। मनुष्य सेवक होता है धन का।
—हितोपदेश
24. अर्थ अनर्थों का मूल है।
—मरण समाधि
25. कनक-कनक ते सौ गुनी मादकता अधिकाय।
—बिहारी
26. हाँ, अर्थ तेरे अर्थ करते हैं कम अनेक अनर्थ।
—मैथिलीशरण गुप्त
27. उत्तम विचार और महान चरित्र बल ही परम धन है।
—शिव
28. धन उन्हीं के पास ठहरता है जो सद्गुणी हैं। दुर्गुणी की विपुल संपदा भी स्वल्पकाल में नष्ट हो जाती है।
—भक्त राम शरण दास
29. जर है तो नर है, नहीं तो खंडहर है।
—लोकोक्ति
30. सबसे बड़ा धन प्रसन्नता है।
—स्वेट मार्डन
31. धन-संपत्ति किसी भी राष्ट्र का रक्त है।
—इमर्सन
32. शीघ्रता से एकत्रित किया गया धन शीघ्र ही घट जाया करता है। परंतु थोड़ा- थोड़ा करके एकत्रित किया हुआ धन टिकाऊ होता है।
—गेटे
33. श्रम और ईमानदारी से अर्जित धन ही कल्याणकारी होता है।
—शिव कुमार
34. असीमित संपत्ति कलह और विपत्ति का कारण बनती है।
—पंकज कश्यप
35. लक्ष्मी या धन का उपयोग अच्छे कामों मे ही करना उचित है। जो धन रूपी लक्ष्मी का गलत कामों में, दुर्व्यसनों मे उपभोग करते हैं वे घोर अधर्म और अन्याय करते हैं।
—शिव कुमार गोयल
36. भोग में रोग का भय, धन में राजा का भय, गुण में दुष्ट पुरुषों का भय और शरीर में यमराज का भय होता है।
– भर्तृहरि
Wealth Quotes in Hindi के अलावे इसे भी पढ़ें :
- आजादी पर अनमोल वचन
- सफलता हिंदी सूक्ति
- योग उद्धरण
- बीमा से संबंधित उद्धरण
- 25 Best Motivational Quotes in Hindi / 25 महत्वपूर्ण प्रेरणादायी वचन
- 101 Inspirational-Motivational Quotes in Hindi
- गूगल से संबंधित उक्ति
- प्रेरणादायी विचार
- प्रेरक उक्तियाँ
- प्रेरणादायी वचन
- बुद्धिमानी से संबंधित अनमोल वचन
- कुछ प्रसिद्ध अज्ञात अनमोल विचार
- Famous Quotes in Hindi and English
- World best Proverbs in Hindi & English
- लोकप्रिय सुभाषित वचन
Join the Discussion!