कमरुद्दीन और उसका मालिक खैरातीचंद 50 ऊटों का काफिला लिए मरुभूमि में बढ़ता चला जा रहा था. सूर्य देव को अस्ताचल में छिपता देख सेठ ने कमरुद्दीन को आवाज लगाई - देख सामने सराय है आज यहीं रुक जाते हैं. कमरुद्दीन ने उनचास ऊंटों को जमीन में खूंटियां गाड़कर रस्सियों से बांध दिया. एक ऊंट के लिए रस्सी थी ही … [Read more...]
नजरिया हिंदी कहानी
हम जैसा चश्मा पहनेंगे, दुनिया वैसी दिखेगी. अक्सर हम चीजों को उस तरह से नहीं देखते जैसा वह है, बल्कि उसे हम अपने नजरिये से देखते हैं. इससे जुड़ी एक पुरानी कहानी है. नजरिया हिंदी कहानी एक बुद्धिमान व्यक्ति अपने गांव के बाहर बैठा हुआ था. एक यात्री आया और उससे पूछा, " इस गांव में किस तरह के लोग … [Read more...]