स्वस्थ जीवन जीने के लिए 45 टिप्स Healthy Living 45 Hindi Tips
आप कितने स्वस्थ हैं? क्या आप संतुलित आहार खाते हैं? … क्या आप रोज व्यायाम करते हो? …क्या आप हर रोज कम से कम 8 गिलास पानी पीते हैं? आप रोज पर्याप्त नींद लेते हैं क्या ? ….क्या आप एक स्वस्थ जीवन शैली जीते हैं? प्रस्तुत पोस्ट Healthy Living 45 Hindi Tips में स्वस्थ जीवन के कुछ सूत्र जानते हैं.
हमारा शरीर हमारा मंदिर है और हमें एक स्वस्थ जीवन प्राप्त करने के लिए इसका ध्यान रखना चाहिए। क्या आप जानते हैं कि 70% से अधिक अमेरिकी या तो मोटे या उनका वजन अधिक है? यह पागल करनेवाला तथ्य है! आप अपने शरीर को एक भौतिक आवरण के रूप में देखें, यही भौतिक आवरण ताउम्र आपके साथ चलेगा. यदि आप गलत भोजन कर अपने शरीर का बार- बार अपमान और दुरुपयोग करते हैं, तो आपका शरीर जल्दी अस्वस्थ हो जाएगा. हो सकता है आप बाहर से ठीक दिखें लेकिन अन्दर ही अन्दर आपकी खून में कोलेस्ट्रॉल और धमनियों में plaque बढ़ता जाता है। यह कोई स्वस्थ संकेत नहीं है!
Health is the greatest gift, contentment the greatest wealth, faithfulness the best relationship. -Lord Buddha
जीवन सुंदर है और आप अनावश्यक स्वास्थ्य समस्याओं के साथ अपना जीवन मुश्किल में नहीं डालना चाहेंगे. आज आपके महत्वपूर्ण अंग जैसे कि किडनी, हृदय, फेफड़े, पित्ताशय, यकृत, पेट, आंत आदि अच्छी तरह से काम कर रहे हैं, लेकिन हो सकता है कि ये अंग कल को सही तरह से कार्य न कर पाये। लम्बे समय तक आपका स्वास्थ्य आज की तरह ही रहे, ऐसा कोई जरुरी नहीं है। इसलिए अपने शरीर की उचित देखभाल करें.
अच्छा स्वास्थ्य सिर्फ संतुलित भोजन और व्यायाम पर ही निर्भर नहीं करता है. इसके लिए सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य, एक स्वस्थ सेल्फ इमेज और स्वस्थ जीवन शैली भी बहुत जरुरी है। प्रस्तुत पोस्ट Healthy Living 45 Hindi Tips में, मैं एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए 45 तरीके आप लोगों के साथ शेयर करने जा रहा हूं। हो सके तो आप इस पोस्ट को बुकमार्क कसर लें और इन उपायों को सेव कर लें, क्योंकि ये उपाय एक स्वस्थ जीवन जीने के लिए बहुत महत्वपूर्ण साबित होंगें.
1. खूब पानी पियें
कहा जाता है कि जल ही जीवन है, लेकिन हम में से ज्यादातर लोग प्रतिदिन उचित मात्रा में पानी नहीं पीते हैं. आवश्यक कार्यों के लिए हमारे शरीर को पानी की एक निश्चित मात्रा जरूरी है. क्या आप जानते हैं कि हमारे शरीर का 60% हिस्सा पानी से बना है? शरीर के कार्यों को पूरा करने, अवशिष्ट पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने के लिए और हमारे शरीर में पोषक तत्व और ऑक्सीजन के संवहन के लिए पानी बहत जरुरी होता है। चूंकि मूत्र, पसीना, bowel movements और श्वसन के दौरान हमलोग हर दिन पानी खो देते हैं, इसलिए हमें शरीर में पानी का पर्याप्त मात्रा बनाये रखना अति आवश्यक हो जाता है।
इसके अलावा,खूब पानी पीने से वजन कम करने में भी सहायता मिलती है. एक स्वास्थ्य सर्वे के दौरान एक पाया गया कि खूब पानी पीने वाले मोटे लोग और नियंत्रित या कम पानी पीने वाले मोटे लोग के वजन घटने में अंतर था. अधिक पाने पीने वालों का 4.5 पाउंड वजन अधिक कम हुआ। शोधकर्ताओं का मानना है कि ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिक पानी पीने से पेट भर जाता है और भूख कम लगती है जिससे लोग कम खाते हैं।
मैं भी इस थ्योरी से सहमत हूं, और मैं इसमें यह और जोड़ना चाहता हूँ कि शरीर पानी को बनाए रखने के लिए कोशिश करता है जब पर्याप्त पानी नहीं होता तो इससे वजन में वृद्धि होती है। यदि नियमित रूप से पानी पीते हैं, तो शरीर जानता है कि उसे पानी या तरल की आपूर्ति हो रही है तो शरीर अधिक पानी बनाए रखने की कोशिश नहीं करता है.
Healthy Living 45 Hindi Tips के अलावे इसे भी पढ़ें: सुबह पानी पीने के 5 फायदे
हमारे शरीर को प्रतिदिन कितने पानी की ज़रूरत है, वह नमी, शारीरिक गतिविधि और व्यक्ति के वजन आदि अनेक कारकों पर निर्भर करता है. लेकिन आमतौर पर हमें प्रति दिन 3 – 4 लीटर पानी पीना चाहिए। चूंकि भोजन का प्रतिशत हमारे द्रव के भाग का लगभग 20% का योगदान करता है, इसका मतलब है कि हमें लगभग 3 – 4 लीटर पानी, या लगभग 8-10 गिलास पीने की ज़रूरत है। यदि आप हाइड्रेटेड हैं तो इसको जानने का एक तरीका है – आपका मूत्र रंगहीन या थोड़ा पीला होना चाहिए। यदि ऐसा नहीं है, तो आपको पर्याप्त पानी नहीं मिल रहा है! अन्य लक्षणों में शामिल हैं: सूखी होंठ, शुष्क मुँह, और कम पेशाब। तो आइये इस पोस्ट को आगे पढने से पहले एक गिलास पानी पी लें!
2. पर्याप्त नींद लें
जब आप अच्छी तरह से आराम नहीं करते हैं, तो आप अधिक खाकर उर्जा की पूर्ति करते हैं। आम तौर पर यह जंक फूड है. पर्याप्त आराम करें और आपको जागने के लिए नाश्ते की ज़रूरत नहीं होनी चाहिए. इसके अलावा, नींद की कमी से समय से पहले उम्र बढ़ने लगता है, और आप अपने साथ ऐसा नहीं होने देना चाहते। है न! सही पकडे ना!
3. ध्यान करें
ध्यान मन और आत्मा को शांत करता है. यदि आप नहीं जानते कि कैसे ध्यान करें, चिंता न करें. इसके सरल 8 स्टेप्स हैं. सही और शांत स्थान का चयन करें. सुखासन में बैठ जाएँ. अपने मन को एकाग्र करें. आंतरिक और बाह्य अवलोकन करें. धीरे-धीरे ध्यान से बाहर आयें.
4. रोज व्यायाम करें
सप्ताह में केवल दो या तीन दिन नहीं बल्कि प्रतिदिन व्यायाम करना चाहिए. गति ही जीवन है. अनुसंधान ने पता चला है कि प्रतिदिन व्यायाम करने से हमारे स्वास्थ्य को बहुत लाभ पहुँचता है. जैसे आयु में वृद्धि, बीमारियों के जोखिम को कम करना, उच्च अस्थि घनत्व और वजन घटना आदि। अपने जीवन में शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं. कम दूरी तय करने के लिए कार, स्कूटर या बस की जगह पैदल चलें. लिफ्ट की बजाय सीढ़ियों का प्रयोग करें. अगर एरोबिक्स क्लास या जिम ज्वाइन कर सकते हैं तो बहुत अच्छा. अपनी पसंद का कोई एक खेल खेलें.
5. अपना पसंदीदा व्यायाम चुनें
जब आप खेल का आनंद लेते हैं, तो आप स्वाभाविक रूप से उन्हें खेलना भी पसंद करते हैं। व्यायाम आपको कष्ट या जबरदस्ती के लेने के लिए नहीं होता है, यह आपको आनंद के साथ साथ चुस्त-दुरुस्त और स्वस्थ रखता है। अपने अभ्यास में विविधता बनाये रखें तो यह हमेशा दिलचस्प बना रहेगा. These are Healthy Living 45 Hindi Tips for better health.
6. प्रत्येक अंगों का व्यायाम करें
जब भी आप एक्सरसाइज करें तो सभी अंगों का ख्याल रखें. जैसे जोगिंग करने से सिर्फ हृदय का व्यायाम होता है. आप समूचे शरीर के लिए एक्सरसाइज करें. इसके लिए किसी खेल को चुन लें. क्योंकि खेलते समय विभिन्न मांसपेशी समूह एक साथ काम करते हैं। लोकप्रिय खेलों में बास्केटबॉल, फुटबॉल, तैराकी, टेनिस, स्क्वैश, बैडमिंटन, आदि का चयन किया जा सकता है।
7. फलों का सेवन अधिक से अधिक करें
फलों में विटामिन और खनिज अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं। क्या आप जानते हैं कि संतरे विटामिन सी की गोलियों से अधिक लाभदायक होते हैं? जितना संभव हो, अपने दैनिक आहार से अपने विटामिन और खनिजों का उपभोग करना चाहिए। अपनी क्षुधा को इन पौष्टिक फलों से संतुष्ट करें: तरबूज, खुबानी, सेव, अमरुद, अंगूर, कीवी (आजकल भारत में भी बहुत मिलने लगा है), पपीता, जामुन, केला आदि।
8. सब्जियां अधिक मात्रा में खाएं
फलों की तरह, सब्जियां भी अच्छे स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं. विशेषज्ञों का सुझाव है कि दिन में 5-9 बार फल / सब्जी का सेवन करना चाहिए,, लेकिन दुर्भाग्य से ज्यादातर लोग 5 बार से अधिक बार नहीं खा पातें हैं! मेरी कुछ पसंदीदा सब्जियों में सेमियां, काली बीन्स, शतावरी, लंबी बीन्स, फ्रेंच बीन्स, स्प्राउट्स, बटन मशरूम, भिन्डी, करेला और मूली शामिल हैं. आपकी पसंदीदा सब्जियां क्या-क्या हैं और आज से आप अपने आहार में उन्हें अधिक बार कैसे शामिल करेंगे? इसे करके देखें बहुत फायदा होनेवाला है! हाँ, विश्वास कीजिये!
9. अपने खाने की थाली को रंग-बिरंगी बनायें
उज्ज्वल रंगवाले फल और सब्जियां में प्रायः एंटीऑक्सीडेंट की अधिक मात्रा पायी जाती है। एंटीऑक्सीडेंट स्वास्थ्य के लिए अच्छे होते हैं क्योंकि वे हमारे शरीर में कोशिकाओं को नुकसान पहुचाने वाले फ्री रेडिकल्स को हटा देते हैं. कहा जाता है कि आपके खाने की थाली जितनी रंग बिरंगी हो उतना अच्छा. कुछ उदाहारण हैं:- सफेद (केले, मशरूम), पीले (अनानास, आम), नारंगी (नारंगी, पपीता), लाल (सेव, स्ट्रॉबेरी, टमाटर, तरबूज), हरा (अमरुद, एवोकाडो, ककड़ी, लेट्यूस, करेला), बैंगनी / नीला (जामुन, बैंगन)। आप पूरी सूची यहाँ देख सकते हैं: LINK
10. प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों की मात्रा कम करें
प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते क्योंकि (1) इन खाद्य पदार्थों के निर्माण के समय ही इसका पौष्टिक मूल्य खो जाता है और (2) इसमें प्रयुक्त परिरक्षक यानी preservatives हमारे स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होते हैं। कई प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थों में में नमक की उच्च मात्रा होती है, जिससे उच्च रक्तचाप और हृदय रोग बढ़ जाता है। कुछ ऐसे भी प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ हैं जो कच्चे रूप में उपलब्ध नहीं होते। सामान्यतः सुपरमार्केट में या मौल में अधिक खाद्य पदार्थ प्रोसेस्ड होते हैं. वैसा सामान जिसमें लगे लेबल पर विशेषकर ‘ite’ या ‘ate’लगा होता है वे ज्यादा प्रोसेस्ड होते हैं. पहले 5 अवयवों में नमक / चीनी की मात्रा जरुर चेक करें और हो सके तो इनकी जगह कोई प्राकृतिक रूप से अपनी मूल अवस्था में उपलब्ध पदार्थ का प्रयोग करें।
11. स्वयं से प्यार करें
सबसे पहले तो 1-10 के स्केल पर यह तय करें कि आप अपने आप से कितना प्यार करते हो? आप पूछोगे क्यों? क्योंकि आज से आपको अपने आप से और भी अधिक प्यार करना है और इसे आगे ही बढ़ाते रहना है. क्योंकि आपका शरीर ही आपकी पहचान है और यह रहेगा तभी आप भी रहोगे, So love yourself as much as possible! You should follow Healthy Living 45 Hindi Tips.
12. नंगे पांव चलें या दौड़ें
नंगे पांव चलने या दौड़ने के कई फायदे हैं. अपना पोस्चर सही रखते हुए ऐसा करने से आपके पैरों और घुटनों पर कम जोड़ पड़ता है और रक्त संचरण भी तेज गति से होता है. जमीन से अर्थिंग मिलती है जिससे आँखों और मस्तिषक को ताजगी मिलती है. मुझे भी जब मौका मिलता है मैं नंगे पाँव चलता हूँ और यदि सुबह में हरी हरी घास पर नंगे पाँव चलें तो बहुत अच्छा. Read : दौड़ने के दस फायदे :
13. अपने जीवन से नकारात्मक लोगों को दूर रखें
सकारात्मक मानसिक स्वास्थ्य स्वस्थ जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। आपको अपने जीवन में विषाक्त लोगों की कोई ज़रूरत नहीं है. यदि आपको लगता है कि आपका कोई मित्र अति गंभीर या नकारात्मक है, तो उसे जाने दें. यदि आप किसी बैकस्टैबर्स यानी पीठ में छुरा घोपनेवाले के साथ काम कर रहे हैं, तो उसे भी जाने दें. वह नहीं गया मानो आपके जीवन से तनाव चला गया.
14. अपने आप से नकारात्मकता को दूर रखें
आपको किसी भी स्थति में अपने आपको नकारात्मकता से बचाकर रखना होगा.अपने मन में भी यदि नकारात्मक विचार आते हैं तो उसकी भी न सुने और उसे अपने से दूर रखें। जब व्यक्ति नकारात्मक होता है तो वह बहुत सारा खाना खाता है और यदि आप पॉजिटिव होते हैं तो आपके भोजन से अस्वास्थ्यकर चीज अपने आप कम होने लगता है।
15. दुखी विचारों को प्रोसेस करें
जब भी आप निराश महसूस करें तो ब्रेन डंपिंग एक्सरसाइज करें. इससे आपके भीतर की नकारात्मकता दूर हो जायेगी. आप अपने गहरे विचारों को कागज़ पर लिख लें और उसपर विचार करें कि आप इसे कैसे अपने से दूर रख सकते हैं. एक विचार को एक कागज़ के टुकड़े पर लिखें और उसे डस्ट बिन में फेंके. ऐसा करने से भी आपको अच्छा लगेगा. इन विचारों को अपने अन्दर दबाकर नहीं रखें.
16. उत्प्रेरक या ट्रिगर खाद्य पदार्थों से बचें
उत्प्रेरक खाद्य पदार्थ वे खाद्य पदार्थ हैं जो जिसे खाने के बाद आप एक तरह से पागल हो जाते हैं और और भी खाने का मन करता रहता है. प्रत्येक व्यक्ति का ट्रिगर खाद्य पदार्थ अलग होता है. जैसे कैंडी बार, चॉकलेट, कन्फेक्शनरी, चिप्स, कुकीज़ या रिफाइंड चीनी, नमक, वसा या आंटे से बना कुछ सामान। इन खाद्य पदार्थों से रक्त शर्करा असंतुलित हो जाता है, इसलिए और अधिक खाने का मन करने लगता है। आपके ट्रिगर खाद्य पदार्थ क्या-क्या हैं? उनका पहचान कर उन्हें अपने आहार से हटा दें.
17. गहरी सांस लें
गहराई से सांस लें। ऑक्सीजन जीवन का एक महत्वपूर्ण स्रोत है. आप हर पल सांस ले रहे हैं लेकिन क्या आपको पता है कि आपके सांस लेने का तरीका सही भी है या नहीं? हम में से अधिकांश ठीक से साँस नहीं लेते हैं – हम केवल उथले साँस लेते हैं और अपने फेफड़ों की क्षमता का सिर्फ 1/3 ही साँस लेते हैं। एथलीटों को अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन देने के लिए उचित श्वास तकनीक का प्रशिक्षिण दिया जाता है। एक पूर्ण सांस वह है जब आपके फेफड़े पूरी तरह से हवा से भरे हुए हैं, आपका पेट फैलता है, और आपके कंधों में न्यूनतम गति होती है.
18. भोजन संबंधी भावनात्मक मुद्दों का पता लगाएं
भावनात्मक भोजन असली भूख की बजाय एक भावना को संतुष्ट करने के लिए किया जाता है.क्या आप तब खाते हैं जब आप तनाव महसूस करते हैं, या निराश महसूस करते हैं? जब आपके ऑफिस में किसी काम में रूकावट आती है तब आप खाना खाने चले जाते हो? संभावना है कि आप भाववश भोजन कर रहे हो। हालांकि, भावनात्मक भोजन आपको कभी भी खुशी नहीं देगा क्योंकि आप एक शून्य को भरने की कोशिश कर रहे हैं जिसका भोजन से कोई लेना-देना नहीं है. भोजन आपको प्यार या खुशी नहीं देता है; यह सिर्फ भोजन है. जब आप उदास होते हैं तो आप भोजन के लिए क्यों जाते हैं? आप इसे कैसे संबोधित कर सकते हैं? समस्या की जड़ में जाएँ और उसका समाधान निकालें करें।
19. कम मात्रा में खाना खाएं
भोजन की मात्रा का ध्यान रखें. एक बार बहुत ज्यादा न खाकर उसे छोटी –छोटी खुराक में बाँट दें. इससे दिन भर आपके ऊर्जा वितरण को संतुलित करता है। सामान्य तौर पर, जब आपको भूख लगती है तभी खाइए, और जब आपका पेट भर जाए तो खाना बंद करें. भोजन शुरू करने से पहले आपको भोजन के ऑफिसियल समय के इंतजार की आवश्यकता नहीं है। अपने शरीर को सुनिए और आपको पता चल जाएगा.
20. यदि पेट भरा लगे तो खाना नहीं खाएं
कुछ लोग तो खाने के लिए ही पैदा लेते हैं मेरा अर्थ है कि तबतक खाते रहेंगें जबतक साथ वाला बंदा खाना समाप्त न करें या फिर थाली का सारा खाना समाप्त न हो जाय. इतना और इस प्रकार से खानेवाले का हेल्थ आज न कल बिगड़ना ही है. मेरे एक मित्र हैं – दिनेश. उनकी सबसे बड़ी खासियत है कि चाहे आप कितना भी बढ़िया खाना उनके आगे रख दो, वे अपनी डाइट से ज्यादा नहीं खाते. यदि कुछ बाहर खा लिया तो रात के खाने को स्किप कर देते हैं. यानी जब यह लगे कि पेट भरा हुआ तो जबरदस्ती खाना को पेट में मत ठूंसे. दूसरी बात प्लेट में उतना खाना ही डालें या लें जितना आप खा सकते हैं. किसी का मान रखने के लिए कभी भी ओवर डाइट न करें.
21. भूरे कार्बोहाइड्रेट वाले भोजन को प्राथमिकता दें
कार्बोहाइड्रेट या कार्ब प्रायः दो प्रकार के होते हैं- भूरा और उजला. भूरे रंग का कार्ब, सफेद कार्ब से बेहतर माना जाता है. सफेद कार्ब में सफेद चावल, पास्ता, सफेद रोटी, नूडल्स, रोल्स और सफेद आटा या मैदा से बना कोई भी खाद्य सामग्री आता है. जब इनको बनाया जाता है उसी समय पोषक तत्व इससे गायब हो जाते हैं, उनका कैलोरी मूल्य काफी बढ़ जाता है लेकिन पोषक तत्वों में कमी आ जाती है। वे हमारे शर्करा के स्तरों में अस्वास्थ्यकर वृद्धि कर देते हैं। भूरे रंग के चावल, साबुत अनाज, जई, दलिया और फलियां आदि में भूरे रंग के कार्ब (अपरिष्कृत जटिल कार्ब) होते हैं, इनका सेवन करें। इसमें पोषक तत्वों और विटामिनों की प्रचुरता होती है।
22. उद्देश्यपूर्ण जीवन जियें
सकारात्मक स्वास्थ्य आपके अन्दर से शुरू होता है! क्या आप एक अर्थपूर्ण जीवन जी रहे हैं? क्या आप अपने जीवन में एक उद्देश्य के साथ जी रहे हैं? आप अपने जीवन में लक्ष्य या उद्धेश्य निर्धारित करें फिर देखें, इसका आपके हेल्थ पर कितना पॉजिटिव असर पड़ता है.
23. तैलीय पदार्थ का सेवन कम करें
फास्ट फूड, फ्राइज़, डोनट्स, चिप्स, और गहरी तली हुई भोजन का सेवन कम करें। न केवल उनमें बहुत वसा है (तेल का 1 बड़ा चमचा 120 कैलोरी के बराबर होता है), बल्कि गहरे तले हुए भोजन में एरीलामाइड होता है, जो कैंसर पैदा करने वाला एक संभावित रसायन होता है। जब भी आप तेल से बने पदार्थों का सेवन करते हैं, यह शरीर को आलसी बना देता है। बेहतर उपाय यह है कि गहरे तले पदार्थों का कम से कम सेवन किया जाय।
24. चीनी की मात्रा को कम करें
मीठा खाना सबको पसंद होता है. लेकिन कितना मीठा खाया जाय? यह महत्वपूर्ण सवाल है. कैंडी, चोको बार, पेस्ट्री, चॉकलेट, कुकीज़, केक, लड्डू, मिठाइयाँ और जेली डोनट्स की मात्रा को कम करें। ये पदार्थ न केवल हमारे पेट भरते हैं बल्कि हमें और भी खाने को प्रेरित करते हैं. हेल्दी नाश्ता करें. ये आपको स्वस्थ रखेंगे.
25. आर्गेनिक फ़ूड की तरफ जाएँ
कार्बनिक फ़ूड वैसे फ़ूड होते हैं जिसकी खेती में सिंथेटिक चीजें जैसे रासायनिक खाद और पेस्टीसाइड का प्रयोग नहीं किया जाता है. इसमें आनुवंशिक रूप से संशोधित जीव यानी genetically modified organisms शामिल नहीं रहते हैं, और इसकी प्रोसेसिंग विकिरण, औद्योगिक सॉल्वैंट्स, या रासायनिक खाद्य पदार्थों के प्रयोग द्वारा नहीं किया जाता है. जैविक आंदोलन धीरे-धीरे जोर पकड़ रहा है, आजकल सुपरमार्केट में या भारतीय माल या बड़े ब्रांड आर्गेनिक फ़ूड का अलग से सेक्शन बनाकर ये सामान बेच रहे हैं. यदि कुछ ज्यादा पैसा खर्चकर जैविक अनाज और अन्य सामान मिल रहा हो तो कोई बात नहीं, अच्छा खाने के लिए अच्छा पे करने में क्या बुराई है. यदि आप अपने खेत में कम्पोस्ट खाद और आर्गेनिक रसायन डालकर अनाज का उत्पादन कर रहे हैं तो उसका मूल्य थोड़ा अधिक भी हो तो चलेगा.
26. अपने आसन में सुधार करें
आपका पोस्चर आपको आकर्षक बनाता है. एक सुडौल शरीर सबको अच्छा लगता है. आपका अच्छा पोस्चर आपके श्वास को बेहतर बनाता है और आपको अधिक स्मार्ट और अधिक आकर्षक बनाता है, इसलिए अपने posture पर हमेशा ध्यान दें.
27. सोडा और कैफीन का सेवन कम करें
कैफीन युक्त पेय मूत्रवर्धक होते हैं, जिसका अर्थ है कि वे मूत्र उत्पादन की दर को तेज करते हैं। इसका मतलब यह है कि वे आपको हाइड्रेट नहीं करते हैं जितना कि शुद्ध और सादा पानी कर सकता है। इसके अलावा, सोडा अनहेल्दी होता है, वजन बढ़ने का कारण बनता है, और एक कृत्रिम उत्तेजक होता है। सोडा का सेवन कम करें और खूब पानी पियें या सब्जी का सूप पियें!
28. शराब नहीं पियें
कैफीन की तरह, शराब भी एक मूत्रवर्धक ड्रिंक है. इतना ही नहीं, शराब अक्सर हमारे शरीर और स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है – हमारे मस्तिष्क, यकृत, फेफड़े, और अन्य प्रमुख अंगों के उचित कामकाज को प्रभावित करता है। यदि आप नियमित रूप से शराब पीते हैं, तो इसकी मात्रा को कम करें और धीरे-धीरे इस लत को बाय बाय करने का प्रयास करें।
29. अपना भोजन खुद तैयार करें
एक मैगज़ीन में मैंने पढ़ा कि जापान के लोगों का average life span अन्य देशों के मुकाबले बहुत अधिक है. वहां के लोग अपने भोजन को तैयार करने में बहुत समय लगाते हैं. जब आप अपने भोजन तैयार करते हैं, तो आप उसमें सबकुछ स्वयं डालते हैं और नियंत्रित मात्रा में डालते हैं। आपको क्या डालना है और क्या नहीं, यह आप तय करते हैं. इससे भोजन में गुणवत्ता स्वयं आ जाती है. यही तो आपका रियल इन्वेस्टमेंट है.
30. नहीं कहना सीखिए
चूँकि दोस्तों ने कहा है तो खाना ही है, ऐसा नहीं चलेगा. यदि किसी अन्य ने खाना परोस दिया है तो खाना खाने की मजबूरी है, ऐसा नहीं होना चाहिए. देशी कहावत है – आपरूच भोजन यानी भोजन अपनी रूचि के अनुसार करना चाहिए.
31. जब भी बाहर जाएँ पानी का एक बोतल साथ रखें
मैं इस आदत का पालन करता हूँ और इसका फायदा भी होता है. इससे सिर्फ पैसों की बचत ही नहीं होती, बल्कि अच्छा और साफ़ पानी साथ में पीने को उपलब्ध रहता है. बोतल खाली हो जाए तो दुबारा भरा भी जा सकता है.
32. कम कैलोरी और कम वसा वाले विकल्प ढूंढें
आज बहुत कम वसा वाले / गैर-वसा वाले विकल्प भी मौजूद हैं – दही, सलाद ड्रेसिंग, सोया दूध, स्प्रैड्स, आइसक्रीम आदि। लोअर कैलोरी, लोअर फैट विकल्प का लिस्ट इन्टरनेट से ढूढ सकते हैं. कुछ भोजन जो “कम / गैर-वसा” के रूप में पैक किया जाता है, वास्तव में स्वास्थ्य के लिए हानिकारक भी हो सकता है.
33. धूम्रपान बंद करें
यह एक तरह से स्वयंसिद्ध है कि धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है. धुम्रपान से फेफड़ों का कैंसर, गुर्दा कैंसर, एनोफेजियल कैंसर (gullet), दिल का दौरा, और भी अधिक खतरनाक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। कुछ लोग कहते हैं कि मैं तो बहुत कम यानी कभी कभार धूम्रपान करता हूँ, इससे उनका सिगरेट स्वास्थ्य जोखिम भी उतना ही रहता है जितना कि अन्य को. लाख टके की बात यह है कि यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो आप इसे बिना विलम्ब किया छोड़ दें न केवल अपने बेहतर स्वास्थ्य के लिए, बल्कि अपने परिवार और दोस्तों के लिए भी। यदि आप धूम्रपान नहीं करते हैं, तो बहुत अच्छे, इससे दूर ही रहें. (ऐसे मैंने भी कभी धूम्रपान नहीं किया है).
34. अचेत (निष्क्रिय) धूम्रपान से भी बचें
कभी कभी हम अनजाने में धूम्रपान कर रहे होते हैं जिसके बारे में हमें पता भी नहीं होता. इसे निष्क्रिय धूम्रपान या passive smoking कहते हैं. यदि कोई व्यक्ति सिगरेट पीकर हवा में धुंआ छोड़ता है और हम अनजाने में उसी हवा में सांस लेते हैं तो प्रदूषित हवा हमारे फेफड़े में जाती है और उतनी ही हानि पहुंचाती है जितना कि उस सिगरेट पीनेवाले को. इसलिए बेहतर यह होगा कि धूम्रपान करने वालों से दूर रहें और जहाँ तक हो सके, सिगरेट के धुएं से बचें.
35. स्वास्थ्यवर्धक नाश्ता करें
यदि आपको काम के दौरान भूख लगती है, तो स्वस्थ नाश्ता जैसे फल, सलाद और हरी सब्जी खाएं। ये पोषक तत्वों से भरपूर होता है. आजकल पिज़्ज़ा बर्गर का प्रचालन बढ़ता जा रहा है. ये स्वाद में तो अच्छे होते हैं लेकिन स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते. हो सके तो कुकीज़ और कैंडी बार से दूर रहें.
36. फाइबर युक्त फल/सब्जी का जूस लें
फलों और सब्जियों के जूस द्वारा विटामिन और पोषक तत्व तेजी से किया जा सकता है। फलों का रस तो जूसर से निकाला जा सकता है लेकिन सब्जियों का रस निकालने के लिए ब्लेंडर का प्रयोग करना चाहिए. ब्लेंडर में रस के साथ साथ फाइबर भी रस में आता है और जैसा कि हम जानते हैं कि फाइबर या रेशा हमारी आँतों के लिए बहुत जरुरी होता है. साथ ही रेशायुक्त जूस शुगर लेवल को तेजी से बढ़ने से रोकता है. इसलिए जूसर की जगह ब्लेंडर का प्रयोग करना चाहिए. रस और स्मूथी एक दूसरे को पूरा बनाते हैं. जूस जहाँ हमारे पाचन तंत्र को आराम देकर मजबूत बनाता है तो फाइबर पाचन को सुगम बनाता है.
37. नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं
कई बीमारियां हैं जिनका लक्षण शरीर में तुरंत दिखाई नहीं देता है और तबतक बहुत देर हो चुका होता है। यही कारण है कि नियमित स्वास्थ्य जांच करवाना महत्वपूर्ण होता है. आज हमारी मानसिक योग्यता की जांच स्कूल से लेकर नौकरियों में निरंतर कई टेस्ट लेकर किये जाते हैं तो ऐसा ही स्वास्थ्य को लेकर क्यों नहीं होता. मूत्र परीक्षण (किडनी, जिगर की जांच) के साथ कोलेस्ट्रॉल, ग्लूकोज, जरूरी विटामिन और खनिजों के लिए रक्त परीक्षण, मानक परीक्षण हैं जो आप किसी भी अस्पताल / क्लिनिक में करा सकते हैं।
मैमोग्राम (महिलाओं के लिए), पीएपी स्मीयर (महिलाओं के लिए), एंडोस्कोपी इत्यादि परीक्षण भी डॉक्टर के कहने पर करवाना चाहिए. यदि परीक्षण के परिणाम सही नहीं हैं, तो इसका मतलब है कि आप शीघ्र ही सुधारात्मक कार्रवाई कर सकते हैं. यदि रिपोर्ट में कुछ नहीं आता इसका मतलब आप पूर्ण स्वस्थ हैं और आपको शुकून मिलता है, 35 वर्ष के बाद तो प्रत्येक व्यक्ति को साल में एक बार या दो बार बेसिक टेस्ट जरुर करवाना चाहिए.
38. शुद्ध शाकाहारी बनने की कोशिश करें
एक बात अपने मन में बैठा लें कि शाकाहारी होने का मतलब बेहतर स्वास्थ्य नहीं होता है. क्योंकि बहुत से शाकाहारी भोजन हमारे स्वास्थ्य के लिए अच्छे नहीं होते. जैसे कि (तले हुए भोजन, उजले खाद्य पदार्थ जिसमें कार्बोहाइड्रेट बहुत होता है, मिठाई और मेवे। यह सत्य है कि शाकाहारी आहार के कई प्रामाणिक स्वास्थ्य लाभ हैं. यदि आप लगातार तीस दिनों तक शाकाहारी भोजन लेते हैं तो उसका सकारात्मक मानसिक और शारीरिक प्रभाव आपको स्वयं पता चल जाएगा. इसे 21 दिनों के लिए आज़माएं और देखें कि यह आपके लिए कैसे काम करता है। फिर इसको पूर्ण रूप से अपना सकते हैं।
39. एक वीगन/ गैर पशु उत्पादों को भोजन में शामिल करें
वीगन और शाकाहारी दोनों में थोड़ा सा अंतर होता है. एक शाकाहारी वह व्यक्ति है जो कुछ पशु उत्पादों जैसे दूध, दही, पनीर आदि का उपभोग करता है; एक वीगन (Vegen) वह व्यक्ति होता है जो पशु या पशु के उत्पादों का उपभोग नहीं करता। इसका अर्थ है वह अंडे, डेयरी, शहद, पनीर या दूध नहीं लेता। एक तरह से वीगन आहार मांस भक्षण की संस्कृति में बहुत सख्त आदत जैसा लगता है, लेकिन शाकाहारी आहार की तुलना में इसके अधिक सकारात्मक लाभ भी हैं. ध्यान देने वाली बात यह है कि चाहे शाकाहारी या वीगन आहार पद्धति हो, इसमें कुछ महत्वपूर्ण घटक का अभाव होता है. कुछ महत्वपूर्ण विटामिन और खनिज जैसे विटामिन बी 12, आयरन, ओमेगा 3 (ईपीए / डीएचए), क्रिएटिन, प्रोटीन और कैल्शियम जो आवश्यक हैं, इस आहार में कम मिलते हैं. इसकी पूर्ति के लिए सही शाकाहारी भोजन और पूरक खाद्य पदार्थ लिया जा सकता है.
40. कच्चे गैर पशु उत्पाद यानी Raw Vegen diet लें
कच्चे गैर पशु उत्पाद खाने का प्रयास करें. Raw Vegen diet में केवल गैर-संसाधित, कच्चा शाकाहारी भोजन आता है: मुख्यतः फल, सब्जियां और नट्स। Veganism से Raw veganism अपनाने के कई लाभ हैं. जैसे अधिक युवा दिखना, वजन कम होना, ऊर्जा स्तर में वृद्धि, और अन्य स्वास्थ्य लाभ भी शामिल हैं. आज के आधुनिक समाज में Raw veganism बहुत मुश्किल है, क्योंकि हमारे वर्तमान समाज में सभी लोग पका पके भोजन ज्यादा पसंद करते हैं. हमारे फलाहारी बाबा पिछले तीन दशकों से सिर्फ फल खाकर रह रहे हैं, युवा दीखते हैं और गजब ऊर्जा हैं उनमें.
41. पूरक आहार भी लें
यदि आवश्यक हो तो फ़ूड supplements भी लेनी चाहिए. यदि आप बहुत संतुलित आहार भी लेते हैं तो भी कई बार ऐसा होगा जब हमें कुछ विटामिन / खनिजों की कमी हो जाती है। उदाहरण के लिए, कुछ विटामिन / खनिजों वाले खाद्य पदार्थ हमारे आहार में असामान्य हो सकते हैं, या हमारे भोजन में नहीं मिलते हैं। इस कमी को अपने आहार द्वारा ही पूरी करने की कोशिश करें, और यदि संभव न हो, तो इन कमियों को दूर करने के लिए पूरक खुराक लें ।
42. घर से बाहर खुले वातावरण में जाइए
यदि आप नियमित 9-5 वाली नौकरी कर रहे हैं, तो संभव है कि आप अपने कार्यालय में बहुत अधिक समय बिताते हैं और बहुत समय बाहर नहीं जा पाते हों. सप्ताहांत के दौरान, आप शायद अन्य कामों में व्यस्त रहते हों। सप्ताह में कम से कम एक बार अपने दोस्तों के साथ बाहर जाने का प्रोग्राम जरुर बनायें. कुछ देर धूप का मजा लें. घर से बाहर खुले वातावरण में जाना शरीर और आत्मा दोनों के लिए बहुत अच्छा होता है.
43. अपने दांतों के अच्छी देखभाल करें
आज हर तरफ स्वच्छता अभियान चल रहा है. अच्छी बात है, स्वच्छता होनी भी चाहिए. स्वच्छता में ईश्वर का वास होता है. शरीर और आसपास का स्वच्छ वातावरण बहुत अच्छा लगता है. आप अपने दांतों की भी अच्छी तरह से देखभाल करें. दिन में दो बार ब्रश करें. खाना खाने के बाद कुल्ला जरुर करें.
44. क्लास ज्वाइन करें
नृत्य कक्षाएं, एरोबिक्स कक्षाएं, टेनिस कक्षाएं, बॉलरूम नृत्य, स्कूबा डाइविंग और म्यूजिक क्लास ज्वाइन करें. वहां जाकर आप लोगों के एक नए समूह के साथ मिलते हैं और और आपका सामजिक दायरा बढ़ता है।
45. स्वस्थ लोगों के साथ रहें
आप जिन 5 लोगों के साथ सबसे अधिक समय व्यतीत करते हैं, उसका आप पर औसत असर तो जरुर पड़ता है. आप जितना अधिक समय इन स्वस्थ लोगों के आसपास बिताते हैं, उतना ही बेहतर होगा। जो लोग स्वास्थ्य के प्रति जागरूक हैं और उनके साथ खाएं. इसका असर आपके स्वास्थ्य पर भी पड़ता है.
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Reshma says
आपके ब्लॉग पर सचमे बहुत ही ज्ञानवर्धक जानकारियां है… ऐसी ही लिखते रहें हमेशा
Himanshu says
मुझे रात में नींद बहुत कम आ पाती है कृपया कुछ उपाय बताएं, कई बार तो नींद की गोली कहानी पढ़ती है
Pushkar Sharma says
Bahut aache healthy living tips share kiye aapne. Jo aapne points batae vo sab mai follow karuga. Thanks for sharing in hindi.
amandeep singh says
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ruchi singh says
आपने स्वस्थ जीवन जीने के 7 तरीके के बारे में बहुत ही अच्छा लिखा है ,आपका लेख दैनिक जीवन में बहुत ही लाभकारी है ।यह एक बेहतरीन लेख है और यह बेहतरीन जानकारी देता है
Pankaj Kumar says
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Gopal singh says
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PharmBaba says
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shriya gupta says
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Saurabh Jadhav says
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