पाश्चात्य सभ्यता का कमाल कमाल कमाल कमाल! पाश्चात्य सभ्यता का देखो कमाल! नकली गाल नकली बाल पिज़्ज़ा बर्गर खा खाकर बन गए मोटू लाल! कमाल कमाल कमाल! पाश्चात्य सभ्यता का देखो कमाल! छोड़ कत्थक, भरतनाट्यम की लालसा सीख रहे साम्बा और सालसा देखो भारतीय नृत्यों का हाल! कमाल कमाल कमाल! पाश्चात्य … [Read more...]
रहीम के दोहे
अब रहीम चुप करि रहउ, समुझि दिनन कर फेर । जब दिन नीके आइ हैं बनत न लगि है देर ।।1 ।। उरग, तुरंग, नारी, नृपति, नीच जाति, हथियार । रहिमन इन्हें सँभारिए, पलटत लगै न बार ।।2।। ससि की सीतल चाँदनी, सुंदर, सबहिं सुहाय । लगे चोर चित में लटी, घटी रहीम मन आय ।।3।। ससि, सुकेस, साहस, सलिल, मान … [Read more...]