धनुष्टंकार (Tetanus ) में शरीर ऐंठकर धनुष के समान टेढ़ा हो जाता है, रह-रहकर आक्षेप आते हैं, मांसपेशियों में संकुचन और अकड़न आ जाती है। रोग का आक्रमण हो जाने पर दो दिन से दस दिन के अंदर रोगी का जीवन समाप्त हो सकता है। बहुत कम रोगी ही इस जानलेवा संक्रमण से बच पाते हैं। टिटनस हो जाने पर बचाव मुश्किल हो … [Read more...]