प्रस्तुत सेल्फ हेल्प आर्टिकल How to Increase Your Salary in Hindi अपना वेतन कैसे बढ़वाएँ में कुछ उपयोगी जानकारी देने का प्रयास किया गया है। वैसे लोग हमेशा अपनी कीमत कम आंकते हैं, जो मानते हैं कि उनका मूल्य उतना ही है, जितना उन्हें वेतन मिल रहा है. बड़ी कंपनियाँ यह चाहती हैं कि उनके कर्मचारी अपने मूल्य पर सवाल न उठाएँ. अपने मामले में ऐसा न होने दें।
How to Increase Your Salary in Hindi
यहाँ पर कुछ बिंदु बताए जा रहे हैं. सबसे पहले तो एक सच्चाई जान लें.जो कर्मचारी अक्सर अपनी नौकरियाँ बदलते हैं. उनका वेतन हर बार बढ़ता है और कुछ समय बाद वे उन कर्मचारियों से बहुत ज्यादा कमाने लगते हैं, जो उसी कम्पनी में बने रहते हैं (शायद बहुत अच्छे कारणों से, जैसे खुश रहना) अगर आप एक ही कम्पनी में जिन्दगी भर नौकरी करना चाहते है, तो आपको ज्यादा माँगना सीखना होगा और यह दिखाना होगा कि आप संगठन को कैसे लाभ पहुंचा रहे हैं, ताकि अधिक वेतन की मांग को तार्किक साबित किया जा सके.
दूसरी बात, कोई भी कम्पनी किसी चीज के लिए तब तक ज्यादा पैसा नहीं देने वाली, जब तक कि मजबूरी ही न हो. आपको प्रोएक्टिव बनने, ज्यादा वेतन मांगने और यह दिखने की जरूरत है कि आपका मूल्य ज्यादा है. बहरहाल, इसके लिए आपको काम करना होगा और सक्रिय बनना होगा. पहचाने जाने का इंतजार न करें. अगर आप फ्रीलांस काम करते हैं, तब भी यही rule लागू होता है – कोई भी अचानक आपके सामने यह प्रस्ताव नहीं रखेगा कि वह आपके काम के लिए आपको ज्यादा पैसे देगा – आपको प्रोएक्टिव बनने और यह दिखने की जरूरत है कि आपका मूल्य ज्यादा है.
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तीसरी बात, अगर आप सोचते हैं कि आपका मूल्य ज्यादा है, तो इससे आप बेचैन, महत्वाकांक्षी, आगे बढने के लिए उत्सुक बन जाते हैं. अगर आप दिए जा रहे वेतन को स्वीकार कर लेते हैं और उस पर कभी सवाल नहीं करते हैं, तो आपको संतुष्टि का एहसास तो होता है, लेकिन आपको महत्व नहीं मिलता है.
इस पोस्ट में आपकी तनख्वाह कैसे बढ़ सकती है, से सम्बंधित कुछ सलाहें दी जा रही हैं.
- कभी भी यह स्वीकार न करें कि आपका मूल्य उतना ही है, जितना वेतन आपको मिल रहा है – यह हमेशा शुरूआती बिंदु होता है. सही समय चुनकर वेतन बढ़ाने की बात करें.
- इस बारे में बहुत स्पष्ट रहें कि आपके हिसाब से आपका मूल्य क्या है – और क्यों. अगर आपने ज्यादा कड़ी मेहनत की है, ज्यादा हासिल किया है, ज्यादा उत्पन्न किया है, बेहतर परिणाम पाए हैं, तो आपको ऐसा कहने और भुगतान मांगने का हक है.
- सिर्फ पैसे के लिए सौदा न करें – हमेशा कार, पेंशन, छुट्टियाँ मनाने के अधिकार, जिम्मेदारी, काम के माहौल और जगह, स्टाफ, चाहे आप जो चाहतें हों, मांग लें.
- अगर आपके प्रस्ताव को ठुकरा दिया जाए, तो हमेशा पता लगाएँ कि ऐसा क्यों किया गया और आप ऐसा क्या कर सकते हैं, ताकि आपको मांगी हुई चीज मिल जाए.
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- पिछले बिंदु में जो गलत था, उसे सही करने के बाद फिर से लौटें.
- हर समय शांत रहें.
- कभी भी अपनी तुलना किसी दूसरे से न करें – आप अनूठे है और आपकी कोई तुलना नहीं है.
- कभी नौकरी छोड़ने की धमकी न दें. अगर आपको मनचाही चीज नहीं मिलती है, तो नौकरी भले ही छोड़ दें, लेकिन कोई नाटक या धमकी या दबंगता नहीं होनी चाहिए. वे आपके नाटक को ताड सकते हैं और अगर वे झुक भी गए, तो वे बाद में कभी आपका सम्मान नहीं करेंगे,
- अगर आपके अधिकारी कहते हैं कि आप जो चाहते हैं, वह आपको नहीं मिल सकता, तो यह पता लगाएँ कि उसे पाने के लिए आपको क्या करना होगा, फिर उस काम को कर दें और लौटें, अब वे मना कर ही नहीं सकते, है न ? ज्यादा पैसा – या कोई और चीज – हासिल करना सौदेबाजी का मामला है, जो लोग अच्छे सौदेबाज होते हैं, उन्हें ज्यादा मिलता है, यह इतना ही आसान है. अपनी मोल-तोल की कला को निखारें इसके बावजूद अगर आपको मनचाही चीज नहीं मिलती है, तो आहें न भरें, ज्यादा मेहनत करें और दोबारा लौटकर जाएँ.
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हालांकि इस पोस्ट में दिये गए टिप्स हर प्रकार की नौकरी पर लागु नहीं होता, फिर भी यदि आपको लगता है कि ये टिप्स आप पर लागु हो सकता है तो एक बार जरुर कोशिश करें. धन्यवाद!
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