Madhav Sadashiv Golwalkar Hindi Quotes/माधव सदाशिव गोलवलकर के प्रमुख विचार
माधव सदाशिव गोलवलकर को श्री गुरुजी के नाम से भी जाना जाना जाता है. आप राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दूसरे सरसंघचालक (सुप्रीम लीडर) थे। इनका जन्म 19 फ़रवरी 1906 को रामटेक, महाराष्ट्र में हुआ था.
जब 1948 में नाथूराम गोडसे ने महात्मा गाँधी की हत्या कर दी थी, तब गोलवलकर ने इस घटना की निंदा की थी. लेकिन इसके बावजूद उनको गिरफ्तार कर लिया गया था. उन्होंने Bunch of Thoughts और We, or Our Nationhood Defined नामक पुस्तकें लिखीं. उनका अवसान 5 जून 1973 को हो गया.
प्रस्तुत पोस्ट में गोलवलकर जी के कुछ विचारों का संकलन किया गया है:
Madhav Sadashiv Golwalkar Hindi Quotes
अनुशासन पर विचार:
1. मानव स्वयं पर अनुशासन के कठोरतम बंधन तब बड़े आनन्द से स्वीकार करता है, जब उसे यह अनुभूति होती है कि उसके द्वारा कोई महान कार्य होने जा रहा है.
आत्मविश्वास पर विचार:
2. मनुष्य के आत्मविश्वास में और अहंकार में अंतर करना कई बार कठिन होता है.
घृणा पर विचार:
3. मानव के हृदय में यदि यह भाव आ जाय कि विश्व में सब-कुछ भगवत्स्वरूप है तो घृणा का भाव स्वयमेव ही लुप्त हो जाता है.
जीवन पर विचार:
4. हमारी मुख्य समस्या है – जीवन के शुद्ध दृष्टिकोण का अभाव और इसी के कारण शेष समस्याएँ प्रयास करने पर भी नहीं सुलझ पातीं.
निर्भयता/निडरता पर विचार:
5. मनुष्य के लिए यह कदाचित अशोभनीय है कि वह मनुष्य- निर्मित संकटों से भयभीत रहे.
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प्रगति पर विचार:
6. इस बात से कभी वास्तविक प्रगति नहीं हो सकती कि हम वास्तविकता का ज्ञान प्राप्त किये बिना अंधों की भांति इधर-उधर भटकते फिरें.
भारत/देश पर विचार:
7. भारत – भूमि इतनी पावन है कि अखिल विश्व में दिखाई देनेवाला सत तत्व यहीं अनुभूत किया जाता है, अन्यत्र नहीं.
शक्ति पर विचार:
8. सच्ची शक्ति उसे कहते हैं जिसमें अच्छे गुण, शील, विनम्रता, पवित्रता, परोपकार की प्रेरणा तथा जन –जन के प्रति प्रेम भरा हो. मात्र शारीरिक शक्ति ही शक्ति नहीं कहलाती.
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समाज पर विचार:
9. सेवाएँ अपने चारों ओर परिवेष्टित समाज के प्रति भी अर्पित करनी चाहिए.
सेवा पर विचार:
10. सेवा करने का वास्तविक अर्थ है – हृदय की शुद्धि; अहंभावना का विनाश; सर्वत्र ईश्वरत्व की अनुभूति तथा शांति की प्राप्ति.
स्वतन्त्रता/स्वाधीनता पर विचार:
11. स्वतन्त्रता तो उसी को कहेंगे जिसके अस्तित्व में आने पर हम अपनी आत्मा का, राष्ट्रीय आत्मा का दर्शन करने में तथा स्वयं को व्यक्त करने में सामर्थ्यवान हों .
नोट : आपको यह पोस्ट Madhav Sadashiv Golwalkar Hindi Quotes कैसा लगा, अपना विचार comment द्वारा दें. धन्यवाद!
Rekha says
bahut ache jankaari hai. dhanyvad.
rekhasahay.wordpress.com
Yogi Saraswat says
बढ़िया संकलन पंकज जी !!
Raju Bhikaro Naik says
Bahut aacha sankalan hai.