Pan Masala Slow Poison Side Effects/पान मसाला गुटखा सेवन धीमा जहर
वह युवक आया, उसने पान दुकानदार से pan masala यानि गुटखा का पाउच लिया, पूरा फाड़ा और मुँह के अन्दर इस अंदाज़ में डाला जैसे कुछ स्पेशल खा रहा हो. आते जाते पान मसाला गुटखा चबाते हमें अक्सर लोग मिल जाते हैं.
आप किसी भी पान की दुकान पर जाएँ, लाल, हरा, नीला पीला, चमकीले सुनहरे सभी प्रकार के छोटे छोटे पाउच में pan masala और गुटखा दुकानों में माला के जैसे सजे दिख जायेंगे. ये गुटखा के पाउच विशेष रूप से युवा पीढ़ी को लुभाते हैं. Pan masala, गुटखा, तम्बाकू और जर्दा बनाने वाली कम्पनी की इतनी ज्यादा कमाई है कि आप इसका विज्ञापन टी वी, अखबारों, पत्र- पत्रिकाओं में हर जगह देख सकते हैं. बड़े -बड़े सितारे इसका प्रचार करते हैं जो आज की युवा पीढ़ी को लुभा लेते हैं और किशोर मन इसकी तरफ आकर्षित होते चले जाते हैं.
Pan masala में जहर
आये दिन pan masala और गुटखा में जहरीले पदार्थों पाए जाने की खबर आती रहती है. उसको बनाने में घटिया कत्था, सड़ी सुपारी, और अन्य जहरीले पदार्थ का प्रयोग किया जाता है. इसमें विशेष रूप से तम्बाकू का प्रयोग किया जाता है जिसमें निकोटिन, कोलतार, आर्सेनिक और कार्बन मोनोऑक्साइड जैसे हानिकारक तत्व पाए जाते हैं. यदि हम विशेषज्ञ की बात मानें तो यह मनुष्य के लिये कहीं से भी गुणकारी नहीं है, यह सिर्फ हमारे शरीर को नुकसान ही पहुचाते हैं.
Pan masala गुटखा खाना मौत को बुलाना
1. Pan masala गुटखा खाने से दिमाग चिडचिडा, उदास, निराश और अवसाद ग्रस्त हो जाता है.
2. Pan masala गुटखा खाने से memory पर इसका असर पड़ता है और इससे बच्चों की पढाई बर्बाद हो जाती है.
3. यदि कोई व्यक्ति लगातार Pan masala गुटखा खाता है तो आँख खोलने पर चक्कर आना, तेज सिर दर्द, उबकाई और बहरापन जैसी समस्या हो जाती है.
4. आज Pan masala गुटखा खाने वाले लोगों की बढ़ती संख्या की वजह से विश्व भर में लोग मुख के कैंसर से ग्रसित हो रहे हैं और उनकी अकाल मृत्यु हो रही है.
5. पान मसाला – गुटखा में निकोटिन पाया जाता है, जो विषैला होता है. इसके सेवन करने वाले लोगों की सूंघने की शक्ति समाप्त हो जाती है. उसके taste buds स्वाद को पहचानने की शक्ति खो देते हैं.
6. Pan masala गुटखा कहने से रक्त चाप की समस्या हो जाती है, गले में, मुँह में छाले, खराश, कफ और टी बी भी हो जाता है. चेहरा अन्दर की तरफ धंस जाता है. यौन दुर्बलता भी आ जाती है.
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WHO के मुताबिक़ Pan masala गुटखा, तम्बाकू के सेवन करने के कारण उत्पन्न होने वाले रोगों से मरने वालों में विकासशील देशों की भागीदारी लगभग एक तिहाई है.
भारत में सिर्फ दस लाख लोग इसके सेवन करने की वजह से काल के ग्रास बन जाते हैं. जो मरते नहीं, उनकी उम्र दस वर्ष तो जरुर कम हो जाती है.
गुटखा -Pan masala का सेवन करते करते व्यक्ति का मुँह रोग की चपेट में आ जाता है. मुँह के तंतुओं में घाव हो जाता है. इससे रोगी को खाने पीने, बोलने आदि में कठिनाई आती है. अकसर ज्यादा गुटखा सेवन करने वाले का पूरा मुँह खुल नहीं पाता है. मुँह की म्यूकस ग्रंथि में जटिलता आ जाती है. इसे सब्म्युक फिब्रेसिस कहते हैं. जीभ की बीमारी हो जाती है. इसलिए Pan masala गुटखा, तम्बाकू सेवन की आदत बहुत ही खराब आदत है. उसके पाउच पर लिखा होता है- इसके खाने से कर्क रोग होता है. कैंसर को ही कर्क रोग कहते हैं. इससे खाने से घर परिवार बिगड़ता है और अपना जीवन तो मुश्किल में पड़ता है वो अलग.
Pan masala गुटखा बनाने वाले लोग करोड़ों- अरबों की कमाई करते हैं वहीँ इसका सेवन करने वाले लोग इसे खाकर न सिर्फ अपना पैसा खर्च करते हैं बल्कि अपने health को भी रिस्क में डालते हैं.
Pan masala गुटखा या नशा धर्म के विरुद्ध
महात्मा गाँधी ने नशा निवारण को सरकार की प्रथम जिम्मेवारी बताया था. यदि आप बौद्ध धर्म के ग्रंथों को पढ़े तो चार महापापों में नशा भी एक महापाप है. इस्लाम धर्म में भी नशा को हराम बताया गया है. ईसाई धर्म में भी नशा खोरी को पाप कहा गया है.
इसलिए नशा को न कहें. गुटखा, तम्बाकू का सेवन न करें और एक स्वस्थ और बेहतर लाइफ के लिये आज से ही यह संकल्प लें कि हम कभी भी Pan masala गुटखा या कोई अन्य नशा का सेवन नहीं करेंगे.
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