फोर्ड फाउंडेशन द्वारा किये गए एक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के मुताबिक 90 प्रतिशत लोग बिना किसी योजना या विचार के जीते हैं जिसकी वजह से वे कुछ नहीं कर पाते हैं या असफलता उनके हाथ लगती है. मान लीजिये अगर एक व्यक्ति अमीर बनना चाहता है तो उसे योजना बनाकर उसपर अमल शुरू कर देना चाहिए. जिस तरह से किसी सफ़र पर जाने से पहले गंतव्य का पता ठिकाना होना चाहिए अन्यथा वह कभी अपने सफ़र को पूरा नहीं कर सकता. कहने का मतलब यह कि जब एक छोटी-सी यात्रा के लिए प्लानिंग की जरुरत होती है तो क्या पूरी जिन्दगी जीने के लिए योजना नहीं बनाना चाहिए, सपने नहीं देखना चाहिए. दुनिया में चार तरह के लोग होते हैं:
- सपने देखते हैं यानि उनके पास एक लक्ष्य होता है.
- योजना नहीं बनाते हैं या फिर योजना बनाते हैं पर उनके पास लक्ष्य नहीं होता.
- जिनके पास न लक्ष्य होता है न ही योजना.
- जो लक्ष्य तय करते हैं और उसे पाने के लिए एक अच्छी योजना भी बनाते हैं
इनमे चौथी श्रेणी के लोग ही सफल होते हैं, जो लक्ष्य को पाने के लिए बेहतर योजना बनाते हैं.
कहने का अभिप्राय है की सफलता आपकी मुट्ठी में होगी शर्त यह है कि पूरी प्लानिंग के साथ इसकी शुरुआत करें.
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