Hello Friends,
सबसे पहले आप सबको मेरी तरफ से और behtarlife.com की ओर से Happy New Year!!!! आप सबका नया साल खुशियों से भरा हो.
दूसरी बात बताते हुए मुझे और भी ख़ुशी हो रही है कि आज मैंने अपने ब्लॉग behtarlife.com को WordPress पर शिफ्ट कर लिया है. अभी थोडा नया हूँ, इसलिए थोड़ी सी परेशानी हो रही है लेकिन आशा नहीं पूर्ण विश्वास है कि सब कुछ ठीक हो जायेगा.
याद आता है आज से दो वर्ष पूर्व जब मैंने ब्लॉग Blogspot पर बनाया था. कई महीने तक मुश्किल से 30-40 visitors ही मेरे ब्लॉग पर विजिट करते थे. लेकिन मैंने पोस्ट लिखना बंद नहीं किया. इस बीच Indiblogger से भी जुड़ गया, जहाँ कई अच्छे blogger से मुलाकात हुई.
सच मानिए मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं अपना होस्टिंग लेकर एक WordPress ब्लॉग बनाऊंगा. लेकिन लगातार कुछ न कुछ करता था, पोस्ट लिखता रहा. इसी बीच google adsense भी approve हो गया. बस यूँ ही अचानक विचार हुआ कि क्यों न अपनी होस्टिंग लेकर WordPress ब्लॉग की शुरुआत की जाय.
Read Related : कई काम एक साथ न करें
हम सब जानते हैं कि बूंद-बूंद से घड़ा भरता है. लेकिन उसके लिए जरुरी है कि उस घड़ें में निरंतर बूंद टपकता रहे. कई बार हम निराश हो जाते हैं और उस प्रोजेक्ट पर काम करना बंद कर देते है, अपना interest लेना कम कर देते हैं. इसका फल यह होता है कि हम पीछे हटने लगते हैं.
आप जीवन में कोई भी काम करते हैं, यदि आप उसे बीच में ही छोड़ते जाते हैं तो कभी भी आप मंजिल तक नहीं पहुँच सकते. मैं आप लोगों के साथ महात्मा बुद्ध की एक शिक्षा शेयर करना चाहता हूँ.
कुआँ और पानी
एक बार एक गाँव के कुछ लोग अपने गाँव में पानी की समस्या को खतम करने के लिए कुआं खोदने लगे. एक गड्ढा खोदा कोई दस फीट गए तो टीम के एक सदस्य ने कहा – चलो छोड़ो, यहाँ पानी नहीं निकलेगा, दूसरी जगह खोदते हैं.
दूसरी जगह कुआं खुदाई शुरू की गयी. कोई पंद्रह फीट खोदा, फिर किसी सदस्य ने कहा – अरे भाई, हम गलत जगह पर कुआँ खोद रहे हैं. यहाँ तो पानी कभी नहीं निकलेगा. फिर तीसरी जगह कुआँ खुदाई होने लगी.
इस प्रकार उस गाँव के लोगों ने सात- आठ गड्ढे खोद डाले और पानी का कहीं नामोनिशान न था. वहीं पास से गौतम बुद्ध अपने शिष्यों के साथ जा रहे थे. गाँव वाले उनके पास आये और अपनी समस्या बताते हुए बोले – भगवन! हम लोग प्रयास करके थक चुके हैं लेकिन कुआँ में पानी का पता नहीं है.
Read Related : भगवान गौतम बुद्ध के अनमोल वचन
फिर तथागत बोले – चलो तुम मेरे साथ! उन्होंने उनको एक स्थान बताया और कुआं तबतक खोदने बोला जबतक वह उसे रुकने न कहें. इतना कहकर भगवान् बुद्ध पास के आम्र वन में विश्राम करने चले गए. लोगों ने उस स्थान पर खुदाई शुरू कर दी. गड्ढा गहरा होता गया. नीचे से मिट्टी निकालना मुश्किल होने लगा. लेकिन गाँव वालों ने खोदना जारी रखा.
कुछ घंटों के बाद कुएं मी पानी निकलने लगा. गाँव वाले खुश हो गए और दौड़ते हुए तथागत के पास गए और इसकी जानकारी दी. भगवां बुद्ध ने कहा – तुमने अपना एक लक्ष्य रखकर सिर्फ एक कुएं की खुदाई की और पानी निकल गया.
कुछ ऐसा ही हमारे हर काम में होता है. ब्लॉगिंग भी निरंतर की जानी चाहिए. जब आपके पाठकों को यह लगेगा कि हमारे लायक content आपके ब्लॉग पर है तो वह आपके ब्लॉग को विजिट करने लगेंगे.
हमारा प्रयास है कि हा, हिंदी के पाठकों की सहायता करें. उनके लिए अच्छे अच्छे पोस्ट तैयार करें. हमारी कोशिश सतत चलती रहेगी.
आप लोग इसी तरह से हमें अपना सहयोग देते रहें और हिंदी की सम्पदा को बढ़ाने में सहभागी बनते रहें. Thanks!
Happy New Year के अलावे इसे भी पढ़ें:
- समय धन है, इसे व्यर्थ में मत गवाओ
- दैनिक लक्ष्य निर्धारण का अभ्यास
- अपनी आलोचना को स्वीकारें
- एक छोटे कदम से ही बड़ा बदलाव होता है:
- आलस्य पर काबू कैसे पाएं – चींटियों से पांच चीजें स…
- सफल होने के लिए 20 उपयोगी किताबें
- मानव सेवा ही सच्ची ईश्वर सेवा है – लियो टॉलस्टाय
- अपने विश्वास को कैसे बढ़ाएं?
- जीवन में सफल होने के 13 बेहतरीन टिप्स
एक बार पुनः आप सबको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएं.
बेहतर लाइफ डॉट कॉम आपका अपना ब्लॉग है. आप अपना लेख, निबंध, कहानी, विचार या ऐसा कोई भी आर्टिकल जो आपको लगता है कि यहाँ पोस्ट किया जा सकता है, निःसंकोच हमारे पास भेजें. इस ब्लॉग का प्रथम उद्धेश्य हिंदी के पाठकों के लिए हिंदी में बढ़िया कंटेंट उपलब्ध कराना है. आइये आप भी इसके सहभागी बनें. आपका बहुत बहुत धन्यवाद! अपना विचार कमेंट द्वारा अवश्य दें.
Hi, this is a comment.
To delete a comment, just log in and view the post's comments. There you will have the option to edit or delete them.