प्रस्तुत पोस्ट Swami Ramdev Quotes in Hindi English स्वामी रामदेव जी के अनमोल वचन में उनके कुछ प्रमुख विचारों का संकलन किया गया है. उम्मीद है कि आप इसे पसंद करेंगे.विश्व प्रसिद्ध योगाचार्य स्वामी रामदेव किसी परिचय के मोहताज नहीं हैं. योग को विश्व स्तर पर प्रतिष्ठापित करने में इनका एक महत्वपूर्ण योगदान रहा है. इनका जन्म हरियाणा में सन 1962 में हुआ था. बचपन से ही उनकी अध्यात्म और योग में रुचि थी. आर्य समाज व महर्षि दयानन्द का उनके जीवन पर गहरा प्रभाव है.
हरिद्वार में इन्होने ‘पतंजलि योगपीठ’ की स्थापना की. इनके द्वारा आज कई तरह के सामाजिक और शैक्षणिक कार्य हो रहे हैं. स्वामी रामदेव जी महाराज, जन्म-जन्मातरों के पुण्य प्रताप से बाल ब्रह्मचारी, व्याकरण, आयुर्वेद सहित वैदिक दर्शनों के महान मनीषी, श्रोतिय, ब्रह्मनिष्ठ एवं तितिक्षु संन्यासी हैं. आप वेदों के प्रकाण्ड विद्वान, परम तपस्वी, कर्मयोगी ऋषि, आचार्य श्री बलदेव जी महाराज, गुरूकुल कालवा के शिष्य हैं. आपने ब्रह्मचर्य आश्रम से ही पूजनीय, तपस्वी, अनासक्त संत श्री शंकरदेव जी महाराज से भगीरथी के पावन तट पर संन्यास दीक्षा धारण की. इनके मेहनत और लगन का ही यह परिणाम है कि आम जन योग के महत्व को समझ इसे अपने जीवन का महत्वपूर्ण अंग बना चुका है.
Swami Ramdev Quotes in Hindi English स्वामी रामदेव जी के अनमोल वचन
1. पवित्र आहार, पवित्र व्यवहार और पवित्र आचरण ही पवित्र जीवन का आधार है.
2. सिद्ध योगियों और पतंजलि आदि ऋषि-मुनियों द्वारा प्रतिपादित प्राणायाम एक पूर्ण वैज्ञानिक पद्धति है, जिससे असाध्य रोगों से मुक्ति के साथ मन की शांति व समाधि की प्राप्ति भी होती है.
3. रोगोपचार की दृष्टि से भी हड्डी के रोगों को छोड़ कर शेष सभी व्याधियाँ आसनों से नहीं, अपितु प्राणायाम से ही दूर हो सकती हैं.
4. प्राणायाम बालक से लेकर वृद्ध पर्यन्त सभी सहजता से कर सकते हैं.
5. शरीर में कंठ से लेकर पर्यन्त जो वायु कार्य करता है, उसे ‘प्राण’ कहा जाता है.
6. नाभि के नीचे से लेकर पैर के अंगुष्ठ पर्यन्त जो प्राण कार्यशील रहता है, उसे ‘अपान प्राण’ कहते हैं.
7. योगसनों से स्थूल शरीर की विकृतियाँ दूर की जाती हैं.
8. जिस व्यक्ति का आहार-विहार ठीक नहीं है, जिस व्यक्ति की सांसारिक कार्यों के करने की निश्चित दिनचर्या नहीं है. उसे योग का कोई लाभ नहीं मिल सकता.
9. ध्यान करते समय ध्यान को ही सर्वोपरि महत्व दें.
10. साधक को सदा विवेक, वैराग्य के भाव में रहना चाहिए.
11. ब्रह्मचर्य के बिना तो स्वस्थ रहना भी कठिन है, फिर योगाभ्यासी को तो आहार, निंद्रा व ब्रह्मचर्य के नियमों का पालन आवश्यक हो ही जाता है.
12. यम एवं नियमों के पालन के बिना कोई भी व्यक्ति योगी नहीं हो सकता.
13. योग एक पूर्ण विज्ञान है, एक पूर्ण जीवन शैली है, एक पूर्ण चिकित्सा पद्धति है एवं एक पूर्ण अध्यात्म विद्द्या है.
14. योग सामान्य गृहस्थी के लिए भी अति आवश्यक है.
15. विचारों की अपवित्रता ही हिंसा, अपराध, क्रूरता, शोषण, अन्याय, अधर्म और भ्रष्टाचार का कारण है.
Swami Ramdev Quotes in Hindi English |
---|
“One is always ready to doubt truth and the power of God but nevr once such man doubt the usage of lies and hate.”“A country can only be healthy if its people are healthy.”“To live a good, healthy and long life, keep a fast for atleast one day every week, it cleans the instestines and unwanted liquid wastes inside the body.”“Sacred diet, sacred behaviour and sacred conduct is the basis of sacred life.”“One must never sleep after having lunch as it increases fatness.”“Yoga is an excellent medium of service.”“Health is our birthright.” – Baba Ramdev |
16. योग, सत्य, धर्म तथा वेदों की वैज्ञानिकता का प्रचार-प्रसार होना चाहिए तभी वेदों की संस्कृति विश्व की संस्कृति बन पाएगी.
17. आज गुरूकुल शिक्षा प्रणाली के प्रचार-प्रसार की अति आवश्यकता है. इसी शिक्षा पद्धति से ही मानव का सही अर्थों में सर्वागीण विकास होता है. प्राचीन काल में इसी पद्धति से पढाई होती थी. यहाँ से पढकर निकलने वाले ब्रह्मचारी का सब जगह मान-सम्मान होता था.
18. जीवन ईश्वर की सबसे बड़ी सौगात है. मनुष्य का जन्म हमारे लिए ईश्वर का सबसे बड़ा उपहार है.
19. आरोग्य हमारा जन्मसिद्ध अधिकार है.
20. जीवन को छोटे- छोटे उद्धेश्यों के लिए जीना जीवन का अपमान है.
21. मनुष्य का जन्म ही दर्द और पीड़ा के साथ होता है. अतः जीवन भर जीवन में कांटे ही रहेंगे. उन काँटों के बीच तुम्हें गुलाब के फूलों की तरह अपने जीवन पुष्प को विकसित करना है.
22. ईश्वर सदैव हमें हमारी क्षमता, पात्रता और श्रम से अधिक ही प्रदान करते हैं.
23. सद्विचार ही सद्व्यवहार का मूल है.
24. सबसे पहले मैं माँ भारती का पुत्र हूँ, बाद में संन्यासी, गृहस्थ, नेता, अभिनेता, अधिकारी या व्यापारी हूँ.
25. माता- पिता के चरणों में ही चारों धाम हैं. माता- पिता इस धरती के भगवान हैं.
26. अपनी आंतरिक क्षमताओं का पूरा उपयोग करें तो हम पुरुष ऐ महापुरुष –युगपुरुष; मानव से महामानव बन सकते हैं.
27. मैं परमात्मा का प्रतिनिधि हूँ.
बाबा रामदेव की जीवनी यहाँ पढ़ें: योगगुरु स्वामी रामदेव
28. मैं सौभाग्यशाली हूँ कि मैंने इस पवित्र भूमि और देश में जन्म लिया है.
29. जो खुश रहते हैं उनकी आयु लम्बी होती है.
30. मैं अपने जीवन पुष्प से माँ भारती की आराधना करूँगा.
31. कर्म ही मेरा धर्म है. कर्म ही मेरी पूजा है.
32. निष्काम कर्म, कर्म का अभाव नहीं, कर्तृत्व के अहंकार का अभाव होता है.
33. पराक्रमशीलता, राष्ट्रवादिता, पारदर्शिता, दूरदर्शिता, आध्यात्मिकता, मानवता और विनयशीलता मेरी कार्यशैली के आदर्श हैं.
34. ज्ञान का अर्थ केवल जानना नहीं बल्कि वैसा ही हो जाना है.
35. दृढता हो जिद नहीं. बहादुरी हो, जल्दबाजी नहीं. दया हो, कमजोरी नहीं.
36. चेहरे पर सदा प्रसन्नता और मुस्कान रखो. दूसरों को प्रसन्नता दो, तुम्हें प्रसन्नता मिलेगी.
37. बुढ़ापा आयु का नहीं, विचारों का परिणाम है.
38. आहार से मनुष्य का स्वभाव और प्रकृति तय होती है. शाकाहार से स्वभाव शांत रहता है और मांसाहार मनुष्य को उग्र बनाता है.
Read more :
- Satyarth Prakash Quotes in Hindi सत्यार्थ प्रकाश के अनमोल वचन
- Bhartrihari Quotes in Hindi भर्तृहरि के अनमोल विचार
- Mahashay Dharampal Quotes in Hindi महाशय धर्मपाल के अनमोल विचार
- मुरारी बापू के अनमोल विचार
- नरेन्द्र मोदी के वक्तव्य/ Narendra Modi Quotes
- योग उद्धरण
JMD Medico Services Ltd says
Hello,
I’ve been a subscriber of behtarlife for sometime now – and I especially enjoy reading blogs on a daily basis.
I’ve been working on an idea for a post about Ayurvedic – and it struck me that this would be a great fit for your audience. Please, Checkout My Blog As well on Ayurveda http://bit.ly/2zK1cA4
Regards
Praveen
apis india says
nice blog, thanks for sharing