गुणों की खान है अखरोट
अखरोट का नाम सुनते ही हमारे मन में एक बहुत ही गुणकारी फल का चित्र सामने आ जाता है. यह मानव जाति को प्रकृति का उपहार मिला है। ऐसे देखा जाय तो हमारे आसपास मौजूद हर फल एवं पेड़-पौधे किसी न किसी रूप में हमारे लिए लाभकारी हैं, यह बात दीगर है कि इसके बारे में हमें पता है या नहीं। ये उपहार हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं।
जिन फलों के बारे में हमें पता होता है, उसका हम सेवन करते हैं, लेकिन जिसके विषय में जानकारी नहीं होती है, उसे हम अपने नियमित खानपान में शामिल नहीं करते हैं। अखरोट भी इसी तरह के एक फल है. चूँकि यह पहाड़ी इलाके में पाया जाता है, इसलिए वहां के लोग इसकी उपयोगिता जानते हैं.
दूसरी तरफ मैदानी इलाके में अखरोट का प्रयोग कम होता है. अखरोट बहुत सारे खूबियों से भरा हुआ फल होता है। अखरोट एक बीज वाले पौधे का फल है जिसके छिलके सख्त होते हैं। इसके सूखे बीजों और फलों को अंग्रेजी में Nuts या Walnuts कहते हैं।
अखरोट मानव और वन्य जीवन दोनों के लिए पोषक तत्वों का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। अखरोट में Fibre, Vitamin B , Magnesium और Antioxidants अधिक मात्रा में होते हैं और यह बालों और त्वचा को स्वस्थ रखता है।
ओमेगा 3 फैटी एसिड
दांतों के लिए अखरोट के स्वास्थ्य गुणों के कारण dentist भी इसके सेवन की सलाह देते हैं। वास्तव में अखरोट में ओमेगा 3 फैटी एसिड होता है और यह अस्थमा, रयूमेटायड अर्थराइटिस, त्वचा की समस्याओं, एक्जीमा और सोरियासिस जैसी बीमारियों से बचाता है। इसे कई रूपों में आहार में शामिल किया जा सकता है। जैसे कि सलाद के साथ, पास्ता, डिप्स, स्प्रेड और आइसक्रीम तथा ब्राउनीज के साथ इसका उपयोग आसानी से किया जा सकता है।
वास्तव में अखरोट बीज और फल का यौगिक है, जहां फलों से बीज नहीं निकलते हैं। ज्यादातर बीज फलों से आते हैं और बीज फलों से मुक्त होते हैं। वनस्पति विज्ञान में अखरोट का मतलब है सामान्यतः एक बीजीय सूखा फल। इसके अंडाशय की दीवार बहुत सख्त, पकने पर पथरीली और कठोर हो जाती है। बीज अंडाशय की दीवार से चिपका या जुड़ा रहता है। फैगालेस जाति का यह फल फैगेसिया परिवार का है।
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इसका दूसरा पहलू यह भी है कि वनस्पति विज्ञान की अपेक्षा पाक कला में अखरोट की श्रेणी बहुत सीमित है क्योंकि इस शब्द का उपयोग कई ऐसे बीजों के लिए होता है जो वनस्पति विज्ञान की दृष्टि में वास्तविक अखरोट नहीं हैं। कोई भी बड़ा, एक खोल के भीतर पाया जाने वाला तेलीय बीज और जिसका इस्तेमाल खाने के लिए किया जाता हो उसे अखरोट मान लिया जाता है। चूंकि अखरोट में आमतौर पर उच्च तेलीय तत्व होते हैं, जो बहुत महंगे और अत्यधिक खाद्य ऊर्जा के स्रोत है। इंसानों द्वारा खाद्य सामग्री के रूप में बड़ी संख्या में बीज इस्तेमाल किए जाते हैं और खाना पकाने, कच्चे, स्नैक फूड के तौर पर अंकुरित या भुने हुए या खाद्य और सौंदर्य प्रसाधन के उपयोग के लिए इसे पीस कर इसका तेल निकाला जाता है।
अखरोट वन्य जीवन के लिए भी पोषण का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह विशेष रूप से शीतोष्ण जलवायु में होता है जहां नीलकंठ और गिलहरी बलूत के फल और अखरोट को शरद ऋतु और प्रारंभिक बसंत की सर्दियों में भूख से बचने के लिए एकत्रित करते हैं।
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LDL Cholestrol कम करने में सहायक
देश और विदेश में हुए कई अनुसंधानों से यह पता चला है कि यदि अखरोट का नियमित रूप से सेवन किया जाय तो कोरोनरी हृदय रोग के खतरे को कम किया जा सकता है। चिकित्सकीय परीक्षण में यह पाया गया कि अखरोट और बादाम को खाने से Concentrated Serum LDL Cholestrol कम हो सकते हैं। वैज्ञानिकों का मानना है कि इसके ओमेगा 3 फैटी एसिड प्रोफाइल का कुछ भाग नैदानिक परीक्षण में पाए जाने वाले हाइपोलिपिडेमिक के लिए जिम्मेदार है।
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कार्डियोप्रोटेक्टिव प्रभावों को काबू में रखने के अलावा, अखरोट का ग्लिसेमिक इंडेक्स बहुत ही कम होता है। मधुमेह की समस्याओं के रोगियों को प्रतिरोध इंसुलिन के लिए निर्धारित आहार में अखरोट को शामिल करना चाहिए। एक अध्ययन में पाया गया कि जो लोग अखरोट खाते हैं वो अखरोट नहीं खाने वाले लोगों से दो-तीन साल अधिक जिन्दा रहते हैं। क्योंकि, जो लोग अखरोट खाते हैं वे Junk Food कम खाते हैं।
अखरोट में आवश्यक फैटी एसिड, लिनोलिक और लिनोलेनिक एसिड होते हैं और अखरोट में असंतृप्त वसा के साथ-साथ एकल असंतृप्त वसा भी होती है। अधिकतर अखरोट विटामिन ई और बी 2 (रिबोफ्लाविन, एंटीऑक्सिडेंट) और प्रोटीन, फोलेट, फाइबर और आवश्यक खनिज जैसे मैग्नीशियम, फास्फोरस, पोटेशियम, तांबा और सेलेनियम के अच्छे स्रोत हैं। कच्चा या बिना भुना हुआ अखरोट स्वास्थ्यप्रद माना जाता है. अन्य अखरोट ऑक्सीकरण रोध में दोहरा कार्य करते हैं।
प्रोटीन का प्रमुख स्रोत
हाल में हुए शोधों से ऐसा पता चला है कि अखरोट से एल्जाइमर बीमारी का खतरा कम होता है। अखरोट को दिमाग के लिए बहुत ही लाभकारी माना जाता है। अखरोट में सबसे ज्यादा विटामिन ई और प्रोटीन पाया जाता है। इसमें meat के मुकाबले ज्यादा प्रोटीन पाया जाता है। यदि आप शाकाहारी हैं तो इसे रोजाना खाने की आदत डाल लें।
अखरोट का औषधीय प्रयोग (Walnuts Health Benefits in Hindi )
हृदय के लिए लाभदायक
अखरोट खून की नली में लोच पैदा करता है जिससे दिल की बीमारी काफी हद तक टाली जा सकती है। यह शरीर में कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम रखते हैं। इसमें एंटीऑक्सीडेंट होता है, जो कैंसर सेल को इकठ्ठा होने से रोकता है। अखरोट स्तन कैंसर को रोकने में सबसे लाभदायक माना जाता है। इसके अलावा यह ट्यूमर को भी बनने से रोकता है।
वजन घटाने में सहायक
अखरोट वजन घटाने में सहायक होता है. अध्ययनों से पता चला है कि इसका नियमित रूप से सेवन करने से मोटापा की समस्या से मुक्ति पायी जा सकती है. यदि आप किसी weight management plan को follow करते हैं तो उसमे walnuts को जरुर शामिल करें.
मुख रोग
अखरोट फल के बाहरी कठोर आवरण को चूर्ण बनाकर आग में जलाकर भस्मीकृत कर मंजन के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। इससे पायरिया सहित अन्य मुख रोग खत्म हो जाते हैं। अखरोट के पेड़ की छाल को मुंह में रखकर चबाने से मुख रोगों में लाभ मिलता है।
पेट के कीड़े
अखरोट के पेड़ की छाल का काढ़ा पेट के कीड़े खत्म कर देता है। जिन लोगों के पेट में कीड़े की समस्या है वे अखरोट की छाल का तीन दिन तक काढ़ा पी लें तो कीड़े अपने आप बाहर निकल आते हैं।
माहवारी
माहवारी संबंधी समस्या होने पर अखरोट के कठोर आवरण को चूर्ण बनाकर 20 से 25 मिली. की मात्रा में शहद के साथ पिलाने से लाभ मिलता है। इसी काढ़े का प्रयोग सुबह-शाम सेवन करने से कब्ज भी खत्म हो जाती है।
बवासीर
बवासीर के मरीजों के लिए अखरोट काफी फायदेमंद है। बवासीर के मरीज इसके तेल को गुदा में लगा सकते हैं। इससे बवासीर खत्म हो जाती है। साथ ही अखरोट का नियमित सेवन करने से पेट साफ रहता है और बवासीर में होने वाले दर्द से राहत मिलती है।
शुक्राणुवर्धक होता है अखरोट ( Walnuts Health Benefits in Hindi)
वैज्ञानिक शोधों में यह पता चला है कि अखरोट के 75 ग्राम की मात्रा का प्रतिदिन सेवन किया जाए तो शुक्राणुओं को शक्ति मिलती है।
जिन लोगों में शुक्राणु की मात्रा कम पाई जाती है, उनके लिए यह बेहद फायदेमंद है। यूनिवर्सिटी ऑफ केलीफोर्निया के शोधकर्ताओं के मुताबिक अखरोट को Polyunsaturated Fatty Acids का प्रमुख स्रोत माना गया है और इसमें विशेष प्रकार का ओमेगा -3 फेटी एसिड एल्फो लिनोलीक एसिड पाया जाता है। इसके नियमित सेवन करने वाले लोगों पर किये गए अध्ययन में यह बात सामने आई कि जिन लोगों ने अखरोट का नियमित सेवन किया उनमें सीमन स्थित शुक्राणुओं में गजब का सकारात्मक प्रभाव देखा गया।
यह पाया गया कि अखरोट शुक्राणुओं को ऊर्जा, शक्ति एवं सक्रिय बनाता है। इसलिए शुक्राणु की कमी से ग्रसित व्यक्ति को नियमित रूप से अखरोट को अपने खान-पान का हिस्सा बनाना चाहिए. इसके अतिरिक्त walnuts अच्छी नींद में सहायक होता है, त्वचा को कांतिमय बनाता है, pancreatic cancer को होने से रोकता है, BP को नियंत्रित करता है.
रसोई में अखरोट का उपयोग
अखरोट स्वास्थ्य के लिहाज से बहुत ही अच्छा माना जाता है। यही वजह है कि अब लोगों के रसोई में अखरोट ने जगह बना ली है। फाइबर, विटामिन बी, मैग्नीशियम और एंटी ऑक्सीडेंट्स अधिक मात्रा में पाए जाने के कारण लोग आम खानपान में अखरोट शामिल कर रहे हैं।
अखरोट की खिचड़ी
ब्राउन राइस में अखरोट, पुदीना मिलाएं। इसके अलावा जरूरत के हिसाब से हरी सब्जियां भी मिला दें। यह खिचड़ी सेहत के लिए काफी फायदेमंद मानी जाती है।
क्रीम डिप में अखरोट
क्रीम डिप बनाने के लिए एक कप दही में 6-7 अखरोट, एक कली लहसुन, एक चम्मच पार्सले मिलाकर फूड प्रोसेसर में मिक्स करें। अच्छी तरह मिक्स होने पर इस्तेमाल करें।
पंच अखरोट प्रोटीन सेभरपूर
और कटे हुए अखरोट, कटा हुआ सेब, कटा हुआ एवोकैडो, एक टी चम्मच कटी हुई सेलरी, स्वादानुसार नमक और नींबू का रस मिलाकर प्रोटीन पंच तैयार कर सकते हैं। इसका सेवन करने से शरीर स्वस्थ रहता है।
रूट पंच अखरोट
कटे हुए तरबूज में ब्लू बेरी, ब्लैंच और कटी हुई शिमला मिर्च, भूना अखरोट, नमक और विनेगर मिलाकर फ्रंट पंच तैयार कर सकते हैं। इसी तरह पिज्जा की टॉपिंग के लिए भी अखरोट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
फ्रूट स्मूदी में अखरोट
केला, दही, अखरोट और शहद को ब्लेंडर में डालकर स्मूदी बनाएं। इसे सुबह पीने से पूरे दिन ताकत बनी रहेगी।
अखरोट के स्प्रेड
स्वादिष्ट स्प्रेड बनाने के लिए आधा कप अखरोट को ओवन में लगभग 10 मिनट के लिए भून लें। फिर इसे कटे हुए लहसुन और उबले हुए छोले के साथ पीस लें। इसमें एक नींबू का रस, नमक व कालीमिर्च पाउडर मिलाएं। इसके बाद इसका सेवन करें।
अखरोट पेस्तो
पेस्तो बनाने के लिए एक चम्मच तुलसी यानि बेसिल, 7-8 अखरोट, 2 एक चम्मच ऑलिव ऑयल और 1-2 कली लहसुन को फूड प्रोसेसर में अच्छी तरह ब्लेंड कर लें। इसे पास्ता या सैंडविच के साथ सर्व कर सकते हैं।
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