Controlling cholesterol tips in Hindi
आजकल जब लोगों को स्वास्थ्य सम्बंधित बातचीत के दौरान cholesterol लेवल के बारे में बात सुनते हैं तो लगता है कि आज लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति कितना जागरूक होते जा रहे हैं. आज अपने पोस्ट में हम इसी cholesterol के बारे में कुछ सामान्य परन्तु जरुरी चर्चा करेंगे.
आप इस पोस्ट controlling cholesterol tips in Hindi में यह भी जानेगें कि यदि शरीर में इसकी मात्रा बढ़ जाए तो क्या- क्या परेशानियाँ हो सकती हैं. कोलेस्ट्रॉल के बढ़ने से ह्रदय रोग, ह्रदय में ब्लोकेज और अन्य बहुत गंभीर बीमारी होने का खतरा रहता है. अतः यह जरुरी है कि इसको नियंत्रित रखा जाय. अपने शरीर में cholesterol को नियंत्रित करने के लिये आपको निम्नलिखित बिन्दुओं पर जरुर ध्यान देना चाहिए.
कुछ जरुरी बातें:
1. Cholesterol Level को नियंत्रित करने के लिए संतुलित आहार खाना चाहिए और नियमित व्यायाम करना चाहिए. हमारे शरीर में अच्छा कोलेस्ट्रॉल और बुरा कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है. HDL और LDL दो तरह के कोलेस्ट्रॉल होते हैं. LDL बढ़ना खतरनाक होता है. संतुलित भोजन और नियमित व्यायाम से इसपर नियंत्रण रखा जा सकता है.
2. अंडे के पीले भाग और मांस में कोलेस्ट्रॉल बहुत होता है. ऐसे खाद्य पदार्थों से बचें. बजाय पूरे अंडे खाने के अंडे का सफेद भाग ही खाना चाहिए. इससे शरीर में cholesterol नियंत्रित रहेगा.
3. नाश्ता में फास्ट फूड और तले हुए खाद्य पदार्थों से विशेष रूप से परहेज करना चाहिए. अधिक मात्रा में तेल, घी, जंक फ़ूड से परहेज करें.
4. ताजे फल, अनाज, हरी सब्जियां, और सलाद का सेवन अधिक मात्रा में करें. तेल आधारित ड्रेसिंग की बजाय सिरका या नींबू आधारित ड्रेसिंग के साथ खाद्य पदार्थों को बनाया या सजाया जा सकता है.
5. सब्जियों को तेल या घी में पकाने की बजाय शाक सब्जी, जड़ी बूटी या मसालों के साथ पकाना चाहिए.
6. कम वसा वाले दुग्ध उत्पाद जैसे स्किम्ड दूध, कम वसा वाला दही या पनीर के बजाय क्रीम या प्रसंस्कृत पनीर का प्रयोग करें.
7. सूरजमुखी, कुसुम, जैतून या मक्की के तेल का प्रयोग करें. ताड के तेल या नारियल के तेल से बचें.
8. यह महत्वपूर्ण है कि कम कोलेस्ट्रॉल वाले खाद्य पदार्थ खाया जाय ताकि वजन को नियंत्रित रखा जा सके.
9. विशेष रूप से पशु स्रोतों से प्राप्त संतृप्त वसा कम खाना चाहिए. ये saturated fat शरीर में वसा की मात्रा बढ़ा देते हैं और इससे cholesterol की मात्रा बढ़ जाती है.
ध्यान रहे आप अपने स्वास्थ्य के लिये स्वयं जिम्मेवार हैं, आप जैसा सोचेंगे वैसा बनेगे. आपको यह हिंदी article कैसा लगा, अपना विचार हमारे साथ जरुर शेयर करें. धन्यवाद!
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