GunahGar Hindi Short Story
एक चोर रात के समय किसी मकान की खिड़की से भीतर जाने लगा कि खिड़की की चौखट टूट जाने से गिर पड़ा और उसकी टांग टूट गयी. अगले दिन उसने अदालत में जाकर अपनी टांग के टूटने का दोष उस मकान के मालिक पर लगाया.
मकान -मालिक को बुलाकर पूछा गया, तो उसने अपनी सफाई में कहा – “इसका जिम्मेदार वह बढई है ,जिसने खिडकी बनाई. बढई को बुलाया गया, तो उसने कहा – “मकान बनाने वाले ठेकेदार ने दीवार का खिड़की वाला हिस्सा मजबूत नहीं बनाया था. ‘ वह इसके लिए जिम्मेदार है.
ठेकेदार ने अपनी सफाई देते हुए कहा – ‘मुझसे यह गलती एक औरत की वजह से हुई, जो वहां से गुजर रही थी. उसने मेरा ध्यान अपनी तरफ खीच लिया था.
जब उस औरत को अदालत में पेश किया गया, तो उसने कहा -‘उस समय मैंने बहुत बढ़िया लिबास पहन रखा था. आम तौर पर मेरी तरफ किसी की नजर उठती नहीं है. सो, कसूर उस लिबास का है कि जो इतना बढ़िया सिला हुआ था.
न्यायाधीश ने कहा – ‘तब तो उसे सीने वाला दरजी मुजरिम हुआ. उसे अदालत में हाजिर किया जाए.
वह दरजी उस स्त्री का पति निकला और वही वह चोर भी था, जिसकी टांग टूटी थी.
आज के परिवेश में लोग अपनी जिम्मेदारी दूसरे पर डालने लगे हैं. लेकिन उन्हें पता नहीं कि यह आधुनिक परिवेश कहीं न कहीं सबसे पहले उन्हें ही नुकसान पहुचाता है. इसलिए हमें हमेशा यथार्थ मार्ग का अनुसरण करना चाहिए. यह मार्ग थोड़ा कठिन जरुर है लेकिन इसके पथिक को मंजिल मिलती है जरुर!
नोट : अगर आपके पास कोई Hindi Story, Life Story of a Personality, या फिर कोई motivational या inspirational article है जो हमारे जीवन को किसी भी तरीके से बेहतर बनाता हो तो कृपया हमारे साथ शेयर करें. आपका लेख आपके फोटो के साथ पोस्ट किया जायेगा. आपको पूरा क्रेडिट दिया जायेगा. हमारा ईमेल है : [email protected]
Join the Discussion!