सुकरात के अनुसार जो दुनिया को हिलाना चाहते हैं, उन्हें सबसे पहले खुद हिलना चाहिए यानि व्यायाम करना चाहिए. प्रत्येक व्यक्ति छोटा हो या बड़ा अपने लिए उसे एक घंटा खुद के लिए निकालना चाहिए.
23 घंटे औरो के लिए एक घंटा अपने लिए. आप इस एक घंटे में अपने शरीर की देखभाल करें. अपने स्वास्थय और सौंदर्य की देखभाल में यह एक घंटा लगाएं. आपका शरीर ही आपकी पहचान है, इसी की बदौलत आप सारे काम करते हैं. यदि आप स्वस्थ न रहें तो इस संसार का आनन्द कैसे लेंगे?
प्रतिदिन व्यायाम क्यों जरुरी है?
आपका शरीर ही वह मुर्गी है जो रोज आपके लिए सोने का अंडा देती है और आप इसी का ही पेट चीरने पर आमदा हैं. आपको पता है आप सुबह से लेकर शाम तक कितनी हानिकारक चीजें खाते रहते हैं जिसकी जरुरत हमारे शरीर को बिलकुल नहीं होती. इसे प्रतिदिन व्यायाम की जरुरत होती है जो आप कभी नहीं करते हैं. यह भी एक तरह से अन्याय ही है. आप इसपर विचार करके देखिये?
अगर आप अपने शरीर पर ध्यान नहीं देते तो एक दिन आपका शरीर खतरे में पड़ जायेगा. व्यायाम यानि Exercise भी एक तरह से Investment है. इससे हमें काफी लाभ होता है. प्रतिदिन टहलना, व्यायाम, योग करना, जिम जाना, अपने शरीर का मालिश करना, तैरना, फुटबाल, वॉलीबॉल, क्रिकेट आदि खेलना सारे व्यायाम ही हैं.
व्यायाम करने से हमारा स्वास्थ्य अच्छा रहता है जिससे बीमारी नहीं होती और इससे हमारा समय और धन दोनों नष्ट नहीं होता. इससे हम चुस्त और तंदुरुस्त रहते हैं. इससे व्यक्तित्व में निखार आता है और आपकी कार्यक्षमता बढ़ जाती है.
जब आप व्यायाम करें, इसे अच्छे तरीके से करें. इसमें पूरी तरह से involved होकर करें. इसकी गुणवत्ता का ध्यान रखे. आधा घंटा घूमना महत्वपूर्ण नहीं है. आधे घंटे में कितनी दूर घूमे, यह महत्वपूर्ण है. सुबह घूमें जिस समय वातावरण शुद्ध रहता है, इससे आपके शरीर को ताजा ऑक्सीजन मिलता है. तो आज से एक घंटा प्रतिदिन व्यायाम करने का नियम बनायें. छत का मरम्मत करने का समय तब होता है, जब सूरज चमक रहा हो.
kaafi achha laga post padhkar…hum sab ko roj kam se kam 45 minute to exercise karni hi chahiye. thanks.