प्रस्तुत पोस्ट व्यायाम स्वास्थ्य और एकाग्रता हिंदी निबंध में हम अपने स्वास्थ्य और मन की एकाग्रता के लिए व्यायाम के महत्व के विषय में जानकारी प्राप्त करेंगे। पोस्ट पढ़ने से पहले आप लोग एक संकल्प लें कि बेहतर लाइफ के लिए नियमित रूप से व्यायाम करना है।
कहा गया है कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है। अतः शरीर को स्वस्थ रखने के लिए संतुलित आहार, विहार के साथ आवश्यक व्यायाम भी करना चाहिए। एकाग्रता और ध्यान के बढ़ने पर ही व्यक्तित्व का परिष्कार संभव है। नियमित एवं व्यवस्थित दिनचर्या से ही सफलता मिलती है।
जरूर करें प्राणायाम
आपको प्रतिदिन अनिवार्य रूप से प्राणायाम करना चाहिए । सुखपूर्वक पालथी मारकर बैठें। कमर सीधी, दोनों हाथों के अँगूठे और तर्जनी छुई रहे। शेष तीन अंगुलियाँ सीधी, हथेली ऊपर की ओर रहे। दोनों हाथ घुटनों पर रखें। आँखें बंद रखें। यह ज्ञानमुद्रा है। ज्ञानमुद्रा आपके लिए बहुत उपयोगी है। इस मुद्रा में बैठने से मन शीघ्र ही एकाग्र होने लगता है। इसी मुद्रा में बैठकर निम्नलिखित प्राणायाम करने चाहिए –
1. कपालभाति
कपालभाति में पेट को अंदर सिकोड़ते हुए साँस को झटके से बाहर निकालें। साँस लेने का प्रयास न करें। स्वतः थोड़ा श्वाँस अंदर आता है। उसे आने दें। पुनः श्वाँस झटके से बाहर निकालें और पेट को अंदर सिकोड़ें। इसे प्रति सेकेंड एक बार की गति से करते हुये क्रमशः 15 मिनट कर सकते हैं।
2. अनुलोम-विलोम
अनुलोम-विलोम के लिए दाहिने हाथ के अँगूठे और अनामिका से नाक पकड़े। बाएँ स्वर से श्वाँस अंदर लें। दाहिने स्वर से निकाल दें। पुनः दाहिने से अंदर लें बाएँ से निकाल दें। ऐसा 15 मिनट कर सकते हैं।
3. भस्रिका
यह प्राणायाम आपके लिए सबसे अधिक उपयोगी है। भस्रिका प्राणायाम में ज्ञानमुद्रा में बैठकर कंधे ऊपर उठाते हुए गहरी श्वाँस भरें तथा कंधे नीचे करते हुए श्वाँस तेजी से निकालें। यह क्रिया तेज गति से पहले थोड़ा देर करें और रुकें। फिर दोबारा प्रारंभ करें और जब तक किया जा सके तब तक करें। इस प्राणायाम को करने से मस्तिष्क शांत, तनाव रहित और ग्रहणशील बनता है। मन में प्रसन्नता बनी रहती है और अधिक कार्य करने की, अधिक समय तक पढ़ने की क्षमता प्राप्त होती है।
4. भ्रामरी
भस्रिका की ही भाँति यह प्राणायाम भी आपके लिए उतना ही उपयोगी है। इसमें ज्ञानमुद्रा में बैठकर गहरी श्वाँस भरें और धीरे-धीरे भौरे जैसा गुंजार करते हुए श्वाँस बाहर निकालें। यह प्राणायाम पाँच बार करें। प्राणायाम का अभ्यास किसी योग शिक्षक से सीख लें तो अच्छा रहेगा।
5. मैडिटेशन
ध्यान आपके लिए अत्यंत उपयोगी है। शांत होकर ज्ञानमुद्रा में बैठें। आँखें बंद रखें। दोनों भौंहों के मध्य स्थित आज्ञाचक्र का ध्यान करें। आज्ञाचक्र में श्वेत प्रकाश का ध्यान करें। कुछ दिनों में ध्यान में श्वेत प्रकाश का आभास स्पष्ट होने लगेगा। आज्ञाचक्र का ध्यान आप की बुद्धि, स्मृति को बढ़ाने में अत्यंत उपयोगी है।
अच्छे अंक लाने हेतु अध्ययन करते समय छात्रों को विशेषकर निम्न बातों का भी ध्यान रखना चाहिए।
- अध्ययन करते समय मुँह उत्तर अथवा पूर्व दिशा में रहे। यह निश्चित मान कर चलें कि जो पढ़ रहे हैं, वह परीक्षा में पूछा जाएगा।
- सुविधाजनक मेज कुर्सी पर कमर सीधी करके बैठकर अध्ययन करें। लेट कर अथवा टहलते हुए पढ़ाई न करें।
- जब थके हों अथवा किसी कारण परेशान हों तो न पढ़ें। कठिन व्यायाम अथवा लंबे समय तक खेलने से थकान होती है, ऐसा न करें।
- मेज पर उचित रोशनी बाईं ओर से आनी चाहिए। ऐसी व्यवस्था बनाएँ ताकि लिखते समय कागज पर छाया न पड़े और प्रकाश की कमी में आँखों पर जोर न पड़े।
- आज का लक्ष्य आज ही पूरा करना है। कल पर मत टालिए। कुछ दिन ऐसा करने से आपका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।
- नियमित दिनचर्या सत्र के प्रारंभ से ही बनाकर चलें। परीक्षा से कुछ दिन पूर्व तनाव में नहीं रहेंगे तो परीक्षा में सफलता मिलेगी।
- प्रारंभ में लक्ष्य बहुत ऊँचे न बनाएँ। जैसे-जैसे लक्ष्य में सफलता मिलती रहेगी, मनोबल, आत्मबल बढ़ता रहेगा और ऊँचे लक्ष्य भी प्राप्त होते रहेंगे।
- पढ़ने के स्थान का उपयोग केवल पढ़ाई में करें, अन्य कार्यों के लिए नहीं।
व्यायाम स्वास्थ्य और एकाग्रता हिंदी निबंध के अलावे इसे भी पढ़ें: खुद को मोटिवेटेड रखें
- एक ही विषय को लगातार दो घंटे से अधिक न पढ़ें। मस्तिष्क के अलग-अलग हिस्से अलग-अलग विषयों के पढ़ते समय सक्रिय होते हैं। एक विषय पढ़ते समय एक हिस्सा सक्रिय है तो दूसरे हिस्से आराम करते हैं। विषय बदल-बदल कर पढ़ने से एक ही हिस्से को थकान नहीं होगी। एक विषय पढ़ने से जो हिस्सा थक गया है, विषय बदलने पर वह हिस्सा आराम करेगा और दूसरा हिस्सा सक्रिय हो जाएगा।
- नई पाठ्य सामग्री पहले पाँच मिनट बोल कर पढ़ें, फिर तेज गति से पढ़ें। तेज गति से पढ़ने के लिए लाइनों पर ऊँगली अथवा पेंसिल घुमाते हुए पढ़ें।
- स्मरण शक्ति का उपयोग करिए। उपयोग करने से स्मरण शक्ति बनी रहती है, न करने से क्षीण हो जाती है। किसी पाठ को याद करने का नियमित अभ्यास करिए।
- सोने के पहले जरूरी नोट्स पढ़ें ताकि अवचेतन मन में बैठ जाएँ और स्थाई स्मृति में चली जाएँ।
- ज्ञान प्राप्त करने के लिए जिज्ञासा पैदा कीजिए। इससे आपके अन्दर ज्ञान प्राप्त करने की भूख बढ़ेगी।
- एक बार में एक ही काम करने की आदत डालें। जो भी करें उसमें पूरी तरह डूब कर करें। अँग्रेजी की कहावत है – “Work while you work, Play while you play. That is the way, to be happy.”
- पहले की असफलता की चिंता न करें। आपका भविष्य उज्ज्वल है। पूरी तरह आशान्वित रहें।
- पढ़ाई को खेल समझकर इसमें आनंद लें। इसे मनोरंजन समझें। सीखने के लिए गंभीरता नहीं खेल की भावना आवश्यक है।
कुछ अन्य बेहतरीन पोस्ट भी पढ़ें:
- प्रतिदिन व्यायाम क्यों जरुरी है?
- कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित के कुछ टिप्स
- क्या टीवी देखने से रक्तचाप बढ़ता है?
- बाल-रोगों से संबंधित कुछ टिप्स
- छोटा लहसुन …… बड़ा उपयोगी
- घरेलु नुस्खे हिंदी दोहे के रूप में
- सफल घरेलू नुस्खे
- हेल्थ टिप्स
- धनिया के हरे पत्ते से होने वाला लाभ
- गेंदा के फूल का कुछ उपयोग
Brandon Ratke says
Your articles never fail to captivate me. Each one is a testament to your expertise and dedication to your craft. Thank you for sharing your wisdom on mmo with the world.