प्रस्तुत पोस्ट ‘कोरोना वध करो हे माँ दुर्गे’ को आप कोई ब्लॉग पोस्ट ना समझें। जब जब मानव जाति और मानवता संकट में आई है लोगों ने अपने इष्ट का आह्वान किया है। बात चाहे रावण का हो, या महिषासुर का हो, शुंभ- निशुंभ का हो या अन्य किसी दानव का। समय समय पर दैवीय शक्तियों का प्राकट्य हुआ है और आम जन मानस का त्राण हुआ है।
आज के वैज्ञानिक समाज में जहां वैज्ञानिक और वाइरस विशेषज्ञ कोरोना रूपी दानव का वध करने के लिए टीका बनाने के कठिन काम में दिन –रात लगे हैं। आम लोगों को चाहिए कि उनकी सफलता के लिए ईश्वर की अभ्यर्थना करें।
ईश्वर का वरदान जरूरी है कोरोना वध के लिए
हमारे वेद, पुराण, शास्त्र, आदि धर्म ग्रंथ इस बात के साक्षी हैं कि सामान्य लोगों ने ईश्वर की अनुकंपा से अति दुर्लभ लक्ष्यों को प्राप्त किया है। इस नवरात्रि के अवसर पर हम सभी को माता अम्बे के सभी दैनिक रूपों यानि शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघण्टा, कुष्माण्डा, स्कन्दमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री से यही प्रार्थना करनी चाहिए कि शीघ्र ही इस विश्वत्रास का कोई हल मिल जाये।
मानवता को संकट से उबारो माँ
पिछले कुछ महीनों में लाखों लोग कोरोना के कारण मृत्यु को प्राप्त हो चुके हैं। करोड़ों लोग इससे संक्रमित हो चुके हैं। आज हर पल लोगों में संक्रमण का भय बना हुआ रहता है। आखिर कब तक पूरी दुनिया इस तरह भय के वातावरण में जीती रहेगी।
हे माँ जगत जननी! आप जगत के समस्त जीवों की पालन कर्ता हो। समस्त जगत आपकी संतान है। जब जब संतान पर कोई संकट गहराता है माँ कवच बनकर अपने बच्चों की रक्षा करती है। आपसे विनती है कि हे माँ दुर्गे! इस कोरोना रूपी दैत्य का संहार करो और सबको त्राण दिलाओ। हम सब आपकी शरण में हैं।
आपके सभी सेवादार भक्तों को भी नमन!
हे माँ अम्बे! जब भी आपके किसी भक्त को सामान्य जन की सेवा में लगा देखता हूँ। मन में उनके प्रति अगाध श्रद्धा और प्रेम उमड़ आता है। चाहे वे डॉक्टर, नर्स, परिचारक, वार्ड सहयोगी, ड्राईवर, अन्य सहयोगी कोई भी क्यों हों। इस विपत्ति की घड़ी में इन लोगों ने अपने प्राणों की बाजी लगाकर मानवता की सेवा की है। इनके प्रयासों की जितनी भी सराहना की जाय, बहुत कम है।
इतिहास गवाह है, मानवता ने पहले भी हैजा, प्लेग, चेचक, पोलियो, बाढ़, सूखा आदि त्रासदियों को झेला है। उसी प्रकार वह दिन दूर नहीं जब कोरोना का भी टीका बनेगा और पूरी दुनिया को इससे मुक्ति मिलेगी। हे माँ जगदम्बे! आपसे विनती है कि आप अपनी कृपा बनाए रखें और इसके खिलाफ चल रहे जंग में हमारे वैज्ञानिकों को शीघ्र सफल करें।
एक अपील आम लोगों से
जब तक कोरोना विषाणु का कोई ठोस उपाय नहीं मिल जाता है आप सभी मास्क पहने, सोशल डिस्टेन्सिंग का पालन करें, सजग रहें, अभी के लिए हम सबकी यही ज़िम्मेदारी बनती है। प्रार्थना और प्रयास एक दिन जरूर रंग लाएगी।
जय माँ अम्बे, जय जगदम्बे!
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Tapas Mandal says
Good
irshad says
really awesome work brother. aapne bhut hi badiya tarika se detail ke sath batya hai
very nice and effort
achi jankari hai