प्रसतुत पोस्ट How to Keep baby Skin Soft में हम बच्चों की देखभाल के बारे में बात करने वाले हैं। बच्चों की त्वचा बहुत ही soft और smooth होती है। कभी गर्मी, कभी बरसात तो कभी ठंड, इस बदलते मौसम में उनकी त्वचा की अच्छी तरह से देखभाल बहुत जरुरी हो जाता हैप्रसतुत पोस्ट How to Keep baby Skin Soft में हम बच्चों की देखभाल के बारे में बात करने वाले हैं। इस पोस्ट में हम ऐसे कुछ उपाय के बारे में जिक्र करेंगे जिसका प्रयोग कर बच्चों के मुलायम और कोमल skin की समुचित ढंग से सुरक्षा की जा सके.
बच्चों के कपड़ों का चयन
चूँकि बच्चों की त्वचा अति मुलायम और कोमल होता है इसलिए उनके लिये कपड़ों का चुनाव करते समय विशेष ध्यान देने की जरुरत है। Daily use वाले कपडे cotton के हों और अच्छी quality का हो, जिसे पहन बच्चे आराम से सो सके. विशेष रूप से बच्चों का तौलिया जिससे बच्चों का देह पोछा जाता है मुलायम होना चाहिए। जब भी कोई नवीन वस्त्र बच्चे को पहनाना हो, उसे बिना धोये हुए नहीं पहनाएं। बच्चे जिस बेड पर सोते हों उसकी सफाई रोज करनी चाहिए। अच्छी क्वालिटी का बेडशीट बिछाना चाहिए।
Picture Courtesy: blog.zenmed.com |
बच्चों की मालिश
बच्चों की मालिश उनकी त्वचा और संपूर्ण विकास के लिये बहुत जरुरी है. आपने अनुभव किया होगा कि मालिश के बाद बच्चे सो जाते हैं. मालिश के दौरान उनके पूरे शरीर का exercise हो जाता है. मालिश करने से बच्चों का पाचन भी सुचारू रूप से होता है. आजकल कई तरह के तेल बाजार में उपलब्ध हैं जो विशेष रूप से मालिश के लिये ही बनाये जाते हैं. लाल तेल, जैतून का तेल आदि कई तरह का तेल बाजार में मिल जाते हैं. मेरे हिसाब से यदि शुद्ध और अपने द्वारा पेराया हुआ सरसों का तेल सर्वोत्तम माना जाता है. तेल से बच्चों के शरीर की मालिश के बाद उसे नहलाया जाता है, नहलाते समय अधिक सावधानी बरतें. बच्चों की त्वचा बहुत मुलायम होती है, इसलिए आराम से बिना अधिल दबाब देते हुए उन्हें नहलाएं.
Picture : ittybittygreenie.com.au |
डायपर या नैपकिन
माता पिता को बच्चों का डायपर या नैपकिन चुनते वक़्त खास ध्यान देना चाहिए. अच्छे ब्रांड का डायपर use करें. सबसे जरुरी छेज जो अक्सर देखा जाता है कि जब बच्चे डायपर का इस्तेमाल लम्बे समय तक करते हैं तो उनके जांघ और कमर के आसपास उसका दाग या दाना निकल आता है. ऐसी स्थिति न आने दें. बच्चों को हर वक़्त डायपर में बाँध कर मत रखें. उनके डायपर वाले भाग को खुला भी छोड़े ताकि वहां के skin को भी ऑक्सीजन मिल सके.
Picture: child-care-now.com |
बच्चों के दैनिक प्रयोग का सामान
आज के बाजारू संस्कृति में अपने बच्चों के लिये दैनिक प्रयोग में लाए जानेवाले सामान जैसे soap, detergent, cream, talcom powder, मॉइस्चराइजर, आदि खरीदते समय विशेष धयान देने की जरुरत है. अबोध और नौनिहाल बच्चों पर बाजारू chemical का प्रयोग न करें. बच्चे बेजुबान होते हैं इसलिए यह माता पिता का परम दायित्व होता है कि प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करें ताकि बच्चों की त्वचा दमकती रहे.
Picture:www.idwpb.com |
माता का कर्तव्य
बच्चों का प्रथम teacher, nurse, doctor जो भी कह लें, माँ ही होती हैं. उनको अपने बच्चों पर विशेष धयान देना चाहिए. कई बार ऐसा देखा जाता है कि नौनिहाल बच्चों की माँ यदि कुछ उल्टा-पुल्टा खा या पी लेती हैं तो उसका भी असर बच्चों पर होता है क्योंकि उस समय वह अपनी माँ के दूध पर ही निर्भर करते हैं. त्वचा पर किसी भी तरह का दाग या rashes आने पर घर के बड़े बुजुर्गों से पूछें या फिर doctor से संपर्क करें. बच्चों के body के private parts की साफ़ सफाई पर विशेष रूप से धयान देना चाहिए. बच्चों को खासकर ठंड के समय में विशेष care की जरुरत होती है.
How to Keep baby Skin Soft के अलावे इसे भी पढ़ें:
- Pan Masala Slow Poison Side Effects
- IVF Invitro Fertilization Hindi Nibandh बांझपन का इलाज
- CatchUpOn Lost Growth Horlicks Growth Plus
- Thyrocare Complete HealthCare Package
- Healthy Cabbage Benefits Hindi Article
- Great Ancient Surgeon Jeevak जीवक
- Top Summers Freshness Hindi Tips
- Tonsil Problem in Hindi
Join the Discussion!