Paramahansa Yogananda Hindi Anmol Vichar परमहंस योगी के अनमोल विचार
परमहंस योगी विश्वविश्रुत योगधारा के उन्नायक थे. बीसवीं सदी के प्रारंभ में, बंगाल में स्वामी योगानन्द का प्रादुर्भाव हुआ था. बालपन से ही उनका अध्यात्म और संन्यास की ओर आकर्षण था. एक से दूसरे गुरू तक होते हुए उनकी जीवन यात्रा अमेरिका के कैलिफोर्निया स्थित रियलाइजेशन, फैलोशिप सेंटर में समाप्त हुई. “योगी कथामृत” नामक उनकी पुस्तक अध्यात्म व विज्ञान की गुत्थियों को खोलती एक कुंजी है. गांधीजी ने स्वयं उनसे ‘क्रिया योग’ की सम्पूर्ण विधि सीखी थी.
Paramahansa Yogananda Hindi Anmol Vichar परमहंस योगी के अनमोल विचार
1. ईश्वर क्या है? लगातार मिलने वाला, हमेशा नया दिखने वाला आनन्द.
2. ईश्वर को देखने और समझने के लिए खुद से ही कोशिश करनी होगी, यही एकमात्र जरिया है. किसी धार्मिक विश्वास या नियति जैसे जुमलों के भुलावे में आकर ईश्वर को खुद से समझने का प्रयास न करना गलत होगा.
3. मनुष्य जब तक अपनी बुरी सोच से बरी नहीं हो जाता, तब तक वह किसी भी कड़े सच को नहीं समझ सकता है.
4. जिन्दगी मौत से ताकतवर है क्योंकि वह पापों को धोकर भी आगे बढती है.
5. केवल तुच्छ व्यक्ति ही दूसरों के दुखों के जीवन के प्रति संवेदनशीलता खो देता है क्योंकि वह अपने ही छोटे-छोटे दुखों में डूबा रहता है.
6. योग साधना विचारों की आपसी टकराहट से पैदा होने वाले शोर को पार कर शांति हासिल करने का एक तरीका है.
Read More: स्वामी विवेकानंद के अनमोल वचन
7. दिन के रात में और रात के दिन में बदलते समय भारत में जो खूबसूरत नजारे दिखते हैं उनकी किसी भी और देश से तुलना नहीं की जा सकती. उस समय आकाश ऐसे दिखता है, जैसे भगवान ने अपने कलर बाक्स से सारे रंग निकाल कर एक साथ से उछाल दिए हों.
8. चूँकि चरम ज्ञान अर्थात् वह जो मानवीय बुद्धि के अधिकतम उपयोग से जाना जा सकता है, मानव का अंतिम लक्ष्य है, तब क्यों न सीखा जाए कि मनुष्य सही ढंग से कैसे जिए.
9. लोग अपना संतुलन खो देते हैं एवं धनोपार्जन के पागलपन तथा व्यावसायिक उन्माद के कारण कष्ट भोगते हैं, क्योंकि उनको कभी भी एक संतुलित जीवन की आदत को विकसित करने का मौका ही नहीं मिला.
10. हमारे जीवन को हमारे आकस्मिक या प्रतिभाशाली विचार नहीं वरन हमारी दैनन्दिन आदतें नियंत्रित करती हैं.
11. बच्चों में आध्यात्मिक महत्वाकांक्षा के विचार डालने चाहिए ताकि वे केवल सेवा की भावना से ही धनोपार्जन करें.
12. मनुष्य उसी पाठ को दोहराता है, जिसकी शिक्षा उसे दो से दस या पन्द्रह वर्ष की आयु में मिली है.
13. मानव का लक्ष्य केवल धन कमाना ही न हो.
Paramahansa Yogananda Hindi Anmol Vichar के अलावे इसे भी पढ़ें:
- Mahashay Dharampal Quotes in Hindi महाशय धर्मपाल के अनमोल विचार
- Mahatma Vidur ke Neetipurn Vichar महात्मा विदुर के नीतिपूर्ण विचार
- Malcolm X Quotes in Hindi मैल्कम एक्स के हिन्दी उद्धरण
- H L Mencken Quotes in Hindi एच एल मेंकेन के हिन्दी उद्धरण
- Andrew Carnegie Quotes in Hindi एंड्रयू कार्नेगी हिन्दी उद्धरण
- Rumi Quotes in Hindi रूमी के अनमोल उद्धरण
- Yashpal Quotes in Hindi
- Sardar Vallabhbhai Patel Quotes in Hindi
- Lokmanya Balgangadhar Tilak Quotes in Hindi
- Jaishankar Prasad Quotes in Hindi जयशंकर प्रसाद उद्धरण
- Mahadevi Verma Quotes in Hindi महादेवी वर्मा के उद्धरण
- Bal Gangadhar Tilak Speech बाल गंगाधर तिलक का भाषण
Rajesh arora says
Thanks for useful and motivational quotes