Veena Vaadak Hindi Motivational Story/वीणा वादक की चतुराई हिंदी प्रेरक कहानी
एक बार तुर्की के राजा ने रूस पर आक्रमण कर दिया. तुर्की और रूस के बीच बहुत भारी युद्ध हुआ. लेकिन तुर्की के राजा ने अपने सैन्य कौशल का परिचय देते हुए रूस के जार यानि राजा को बंदी बना लिया. तुर्की ने जार को छोड़ने के बदले ढेर सारे धन की मांग की.
रूस के जार ने एक पत्र अपनी पत्नी को लिखा कि वह तुर्की के सैनिकों को धन देकर उसे छुड़ा ले. लेकिन जार की पत्नी ने उस पत्र का कोई उत्तर नहीं दिया.
दिन बीतते गए और लगभग एक महीने हो गए. एक दिन तुर्की राजदरबार में एक वीणा बजानेवाला आया. उसने इतनी मधुर वीणा बजाई कि राजा ने प्रसन्न होकर उस वीणा वादक से एक वर मांगने को कहा. उस वीणावादक ने रूस के जार को अपने नौकर के रूप में माँगा. तुर्की के राजा ने उसकी यह मांग मान ली.
वीणावादक रूस के जार को लेकर उसकी राजधानी पहुंचा. लेकिन जार के अपने महल में पहुँचते ही वह वीणावादक ऐसे गायब हो गया, जैसे गधे के सिर से सींग. दूसरी तरफ जब जार अपने महल पहुंचा तो उसने अपनी पत्नी से मिलने से मना कर दिया. उसने कहा कि मैं उस झूठी और धोखेबाज औरत को कभी नहीं छोडूंगा. उसने मुझे बंदी जीवन से छुड़ाने का तनिक भी प्रयास नहीं किया.
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‘अरे यह तो उसी वीणावादक के वीणा की आवाज है जिसने मुझे बंदी जीवन से मुक्त किया’, जार ने वीणा की मधुर आवाज को सुनकर बोला. उसने अपने सैनिकों से उस वीणावादक को आदरपूर्वक दरबार में लाने को कहा. अचानक अपनी पत्नी के हाथ में उस वीणा को देखकर जार बहुत आश्चर्यचकित हुआ. जार बहुत खुश हुआ कि उसकी पत्नी ने किस प्रकार अपनी कला का प्रयोग कर चतुराईपूर्वक उसे तुर्की के राजा की कैद से छुड़ा लिया. उसने बिना कोई धन दिए जार को कैदमुक्त करा दिया.
जार ने भरे दरबार में अपनी पत्नी और रूस की रानी के प्रति अपनी कृतज्ञता प्रकट की. इसलिए यह सच है कि यदि आपके मन में किसी के प्रति कोई भी बुरे विचार आये तो उसपर पुनर्विचार करें कि आपके ये विचार कहीं जल्दीबाजी का परिणाम तो नहीं. जल्दीबाजी में लिया गया फैसला बहुधा गलत होता है और कालांतर में उसके लिए पछताना भी पड़ सकता है.
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boht acchi story hai……thanks pankaj for sharing this with us 🙂