एक नगर में एक औरत अपनी बेटी के साथ रहती थी। वह सूत कातकर किसी तरह से अपना जीवन – यापन करती थी। वह अपनी बेटी को भी सूत कातने के लिए कहती थी, जिससे आमदनी कुछ बढ़ सके। आप पढ़ रहें हैं Kids Story in Hindi.
लेकिन लड़की को सूत कातना अच्छा नहीं लगता था। उसे पेंटिंग बनाना बहुत ही पसंद था। उसकी माँ अकसर उससे सूत कातने के लिए कहती, परन्तु उसकी बेटी कोई ना कोई बहाना करके बात को टाल देती थी।
एक दिन उसकी माँ ने गुस्से में आकर पेंटिंग ब्रश को तोड़कर फेंक दिया। इससे वह लड़की बहुत ही दुखी हुई और घर के बाहर बगीचे में बैठकर रोने लगी।
उसी समय उस नगर एक बहुत ही अमीर घर की महिला अपने वाहन से उसी रास्ते से कहीं जा रही थी। उसने जब उस लड़की को रोते हुए देखा तो वाहन रोककर उससे बोली, “क्या हुआ बेटी ? तुम क्यों रो रही हो ?”
अपनी बेटी को ढूंढते हुए उसकी माँ भी वहाँ आ गयी। उसकी माँ ने उस महिला से बहाना बनाते हुए कहा, ” यह बहुत ही मेहनती लड़की है। यह दिनभर सूत कातती है। मैंने इसे कुछ देर आराम करने के लिए कह दिया तो यह गुस्सा होकर यहां आकर बैठ गयी।”
लड़की माँ की पिटाई के डर से कुछ ना बोल सकी। यह बात सुनकर वह महिला बहुत ही खुश हुई और बोली, “मेरा नाम कुसुम है और मैं बहुत बड़ा हथकरघा उद्योग चलाती हूँ। मुझे ऐसी ही मेहनती लड़कियों की ही आवश्यकता होती है। आप इसे मेरे साथ भेज दो। हमारा यहाँ काम करके यह बहुत अच्छा पैसा कमाएगी।”
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यह बात सुनकर लड़की की माँ बहुत खुश हुई और उसे उस महिला के साथ भेज दिया। महिला उसे अपने साथ ले आई और घर पहुँचने के बाद उसने उसे अपना कारखाना दिखाते हुई बोली, “आज तुम आराम करो। कल से यही तुम्हे काम करना होगा।”
लड़की कुछ नहीं बोली। उसे यह काम ही पसंद नहीं था। अब वह कर भी क्या सकती थी। अगले दिन उसे उस महिला ने कारखाने में सूत काटने को दिया।
लड़की को तो वह काम पसंद ही नहीं था। वह अनमने भाव से सूत कातने लगी, परन्तु काम अच्छा नहीं हो रहा था। लड़की ने सोचा, “अगर मैंने यह बात इस महिला को बताई कि मुझे सूत कातना पसंद नहीं है तो मेरी माँ मुझे बहुत डाँटेगी।”
यह सोचकर वह रोने लगी। तभी एक आश्चर्यजनक घटना घटी। वहाँ तीन बूढी महिला आईं र उस बच्ची से कहा, “मैं सूत कातने के कार्य में तुम्हारी मदद कर सकती हूँ, परन्तु तुम्हे हमारी एक शर्त माननी होगी।”
उस लड़की ने कहा, ” ठीक है। मुझे आपकी हर शर्त मंजूर है। आप बताएं आपकी शर्त क्या है ?”
तभी एक बूढी औरत ने कहा, “हमारी शर्त यह है कि जब तुम्हारी शादी होगी, तब तुम हमें अवश्य ही बुलाओगी।”
लड़की ने यह बात सहर्ष स्वीकार कर ली। उसके बाद उन बूढी महिलाओं ने बहुत ही तेजी से सूत कात दिया। जब वह महिला वहाँ आई तो यह सब देखकर बहुत ही खुश हुई।
कई महीनों तक ऐसा ही चलता रहा। कुसुम ने उस लड़की के माँ को बुलाया और उससे कहा, “आपके लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है। आप अपने सभी रिश्तेदारों को बुला लीजिए। हम आपकी बेटी का रिश्ता अपने बेटे से करना चाहते हैं। आपकी इसमें कोई आपत्ति तो नहीं है न ?”
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“अरे, इसमें आपत्ति की कैसी बात है। यह तो बड़ी ही ख़ुशी की बात है, परन्तु हमारा कोई रिश्तेदार नहीं है, सो हम उन्हें नहीं बुला सकते।” लड़की की माँ ने कहा।
तभी उस लड़की ने कहा, “नहीं, मेरी तीन दादियां है। जिन्हे सिर्फ मैं ही जानती हूँ। मेरी माँ उनसे परिचित नहीं है। मैं उन्हें अवश्य ही बुलाना चाहूंगी।”
कुसुम ने मुस्कुराते हुए ‘हाँ’ कह दिया।
विवाह का दिन निश्चित किया गया। विवाह के पहले की तमाम रश्मों के बाद विवाह का शुभ दिन भी आ गया। तीनों दादियां भी वहाँ आ गई। उन्हें देखकर लड़की मुस्कुरायी।
आज वह लड़की बहुत ही खुश थी और बहुत ही खूबसूरत लग रही थी। लड़की ने सभी लोगों से दादियों का परिचय कराया। सभी दादियों ने लडके और लड़की को खूब सारा गिफ्ट दिया और राजकुमार से कहा, “कभी भी इस लड़की से सूत मत कतवाना। अब यह तुम्हारी जिम्मेदारी है। किसी से भी कोई काम जबरदस्ती नहीं करवाना चाहिए। जो कार्य इसकी माँ ने किया वैसा तो कतई नहीं करना चाहिए। अगर तुम इससे सूत नहीं कतवाओगे तो तुम्हारी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होगी।”
यह बात सुनकर उस लडके ने लड़की से कहा, “मैं तुम्हें वचन देता हूँ कि मैं कभी भी तुम्हे सूत कातने के लिए नहीं कहूंगा।” लड़की ने मुस्कुराते हुए कहा, “मुझे पेंटिंग बनाना बहुत प्रिय है। क्या मैं उसे बना सकती हूँ ?”
“निश्चित तौर पर। जो कार्य आपको पसंद है, आप वह कर सकती हैं और मेरा मानना है कि कोई भी काम किसी पर थोपा नहीं जाना चाहिए, जो उसे पसंद है वही उसे करना चाहिए।” लड़के ने उत्तर दिया। उसके बाद सभी लोग ख़ुशी और सुखी से रहने लगे।
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दोस्तो! आपको यह कहानी Kids Story in Hindi कैसी लगी, आप अपने विचार कमेंट द्वारा व्यक्त करें। यह कहानी हमें अभिषेक पंडित ने भेजी है, हम उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हैं।
johans says
thanks for sharing such great story