प्रस्तुत पोस्ट Mushroom Health Benefits in Hindi मशरूम खाने के फायदे में हम विस्तार से मशरूम और उसके गुणों के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे. मशरूम खाने के फायदे
जैसा कि आपको मालूम होगा कि मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर खाद्य पदार्थ है. अपने आहार में हर रोज इसका यदि औषधि के रूप में सेवन किया जाय तो इससे बेरी-बेरी, स्कर्वी, कुष्ठ रोग, स्किन के रोगों, जलने से होने वालों रोगों, अम्ल पित्त, किडनी के रोगों में लाभ मिलता है.
मशरूम में वसा और कार्बोहायड्रेट कम मात्रा में पाया जाता है. इसमें लिनोलिनिक एसिड अधिक होने के कारण cholesterol नहीं बनता है. यह कोलेस्ट्रोल की मात्रा को कम करने में भी सहायक होता है. इसलिए इसके नियमित सेवन से हार्ट डिजीज भी नहीं होती है. चूँकि इसमें शुगर की मात्रा नहीं के बराबर होती है जिसके कारण डायबिटीज के रोगियों के लिए आदर्श आहार माना जाता है. यदि मोटापे से ग्रस्त व्यक्ति मशरूम का सेवन करता है तो यह वजन घटाने में भी सहायक है.
जानिये मशरूम के बारे में Mushroom Health Benefits in Hindi
मशरूम एक तरह का मांसल कवक यानी fungi है. इसे खुम्ब, छत्रक, अलम्बी, कुहरा, कुकुरमुत्ता, च्यो आदि अन्य नामों से भी जाना जाता है. मशरूम क्लोरोफिल रहित वनस्पति जगत के बेसीडीयोमायसिटीज समुदाय से संबंधित होते हैं. यह अपना भोजन खुद नहीं बना सकते, इसलिए यह मृत कार्बनिक पदार्थों या जीवंशों पर उगते हैं. यदि आप प्रकृति का अवलोकन करें तो यह अधिकतर वर्षा के दिनों में अपने आप उगते हैं. इनमें से कुछ खाने योग्य और कुछ खाने लायक नहीं होते हैं.
विश्व में इसकी प्रजातियाँ
यदि हम इसकी प्रजातियों की बात करें तो संसार में इसकी लगभग 2000 तरह खाने लायक प्रजातियाँ मिलाती हैं. भारत में भी लगभग 100 तरह की मशरूम प्रजातियों का पता लगाया जा चुका है. हमारे देश में मशरूम की खाने लायक प्रजातियों में गुच्छी मशरूम और बोलिटस मशरूम प्राकृतिक रूप से बहुत अधिक मात्रा में उगते हैं. इनकी पैदावार मुख्य रूप से प्राकृतिक वातावरण जैसे ताप और वर्षा पर निर्भर करती है. इनको कृत्रिम रूप से उगाने में विशेष सफलता नहीं मिल पाई है.
भारत में पाए जाने वाले मशरूम प्रकार
हमारे देश में मुख्य रूप से श्वेत बटन मशरूम (Agaricus bisporu), ढिंगरी मशरूम (प्लुरोटस प्रजाति), धान के पुआल वाला मशरूम यानी Straw Mushroom (Volvariella volvacea), मिल्की मशरूम Milky Mushrooms (Calocybe indica) की खेती व्यवसायिक स्तर पर की जा रही है. इन प्रजातियों के अतिरिक्त Lentinula edodes (थाईटेक), फ्लोमुलिना बेल्युटायस (एनोकायटेक), आरिकुलेरिया, कोप्राय्नस, एग्रोसायबी, स्ट्राफेरिया आदि मशरूम प्रकार को कृत्रिम रूप से उगाने की तकनीक लैब में सफलतापूर्वक विकसित कर ली गई है.
मशरूम एक पौष्टिक आहार है! कैसे?
आज के समय में मशरूम को लोग ज्यादातर अपने आहार में शामिल करने लगे हैं क्योंकि यह एक पौष्टिक भोज्य पदार्थ है. इसका उपयोग जायकेदार सब्जी, पकोड़े, कोफ्ता, कढ़ी, रायता, पराठा आदि बनाने में किया जाता है. यदि आप इसका अधिक दिनों तक उपयोग करना चाहते हैं तो इसका अचार, पापड़, चटनी, सूप, शोरबा, बिस्कुट, चाय आदि बनाकर इसे संरक्षित करके रखा जा सकता है.
मशरूम में पानी 80 से 90 प्रतिशत तक पाया जाता है. यह प्रोटीन के एक प्रमुख स्रोत है. फ्रेश मशरूम में 35 से 46 प्रतिशत तक और सुखाने पर 38 से 47 प्रतिशत तक इसमें प्रोटीन मिलता है.
मशरूम में पाया जाने वाला प्रोटीन मानव पोषण के लिए बहुत आवश्यक होता है. इसमें सभी आवश्यक अमीनो एसिड मिलते हैं. इसमें लायसीन और ल्युसिन अमीनो अम्ल मिलता है जो हमारे प्रमुख खाद्य फसलों में नहीं मिलता है. इसमें कैल्शियम, पोटेशियम, फॉस्फोरस, तांबा, लोहा और सोडियम खनिज लवणों के साथ ही साथ विटामिन बी1, बी 2, विटामिन सी, नियासीन, विटामिन के एवं पेंटोथिनिक एसिड पाया जाता है. इसमें फोलिक एसिड पाया जाता है जो मानव शरीर में रक्त निर्माण में सहायक होता है. इसके अलावे मशरूम रेशा, तंतुमय पदार्थ और राख का भी अच्छा स्रोत है.
औषधीय गुणों की खान है मशरूम Mushroom Health Benefits in Hindi
मशरूम औषधीय गुणों से भरपूर होता है. इसके इन गुणों का वर्णन चरक संहिता और सुश्रुत संहिता में भी किया गया है. श्वेत बटन, ढिंगरी मशरूम और लेंटीनस इडोडस मशरूम में पोलीसेकराइड्स पाया जाता है जो ट्यूमर की वृद्धि को कम करने में फायदेमंद साबित हुआ है.
अमरीका के नेशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के मुताबिक मशरूम का रस गैनोडर्मा की प्रजातियों द्वारा एड्स रोगी को आरंभिक अवस्था में देने से यह HIV वायरस को निष्क्रिय करने की क्षमता रखता है. व्यक्ति के रक्त में मौजूद हेल्पर टी कोशिकाओं को बढ़ा देता है और गैनोडर्मा ल्युसिडस को रस के कम अणुभार वाले अनुपात टी कोशिकाओं को बिना प्रभावित किये ही HIV वायरस के विरुद्ध कार्य करता है.
भारत में लाल गैनोडर्मा की छः प्रजातियों के सम्मिलन से दो दवाइयाँ रॉयल गैनो और डी एक्स एन बनती हैं. रॉयल गैनो शरीर को बीमारियों से लड़ने की क्षमता बढ़ाने में सहायता करता है और डी एक्स एन शरीर में रक्त सञ्चालन ठीक करता है. जिससे रक्त वाहिनियों में थक्का नहीं जमता है और मष्तिष्क की थकान में कमी आती है और स्फूर्ति बनी रहती है.
एक अन्य रिसर्च द्वारा यह पता चला कि मशरूम को चाय की पत्तियों के साथ सेवन करने से महिलाओं में स्तन कैंसर की समस्या नहीं होती है. इस तरह से यह एडस के साथ ही साथ कैंसर में भी लाभदायक होता है.
हाइपरटेंशन में लाभदायक Mushroom Health Benefits in Hindi
मशरूम से हाइपरटेंशन, एन्थ्रोस्वलीरोसिस, मूत्रनली के इन्फेक्शन, हेपेटाइटिस, पेट के विकारों एवं बबासीर के उपचार में काफी सफलता मिल रही है. चीन, जापान, कोरिया आदि देशों में इसे शक्तिवर्धक दवाओं के रूप में प्रयोग किया जाता है.
एंटीबायोटिक गुण से भरपूर
हाल में ही एक रिसर्च के रिपोर्ट से यह पता चला है कि उत्तरी यूरोप के जंगलों में पाया जाने वाला छोटा काला मशरूम एंटीबायोटिक गुणों से भरपूर है और पेनिसिलिन की तरह क्षमता रखनेवाला एंटीबायोटिक हो सकता है.
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सेडोप्लेक्टेनिया नामक फफूंद से तैयार पेप्टाइड प्लेक्तेटेसिन में पेनिसिलिन की तरह क्षमता होती है. एक इतालियन कंपनी ने तो त्वचा को युवा रखने के लिए मशरूम थेरेपी को अपनाने की बात कही है. मशरूम में ट्रिप्सिन एंजाइम अच्छी मात्रा में होने के कारण यह पाचन क्रिया को ठीक बनाये रखता है.
जीवनुरोधक, विषाणुरोधक और फफूंदरोधक Mushroom Health Benefits in Hindi
मशरूम की बहुत सी प्रजातियाँ जीवनुरोधक, विषाणुरोधक और फफूंदरोधक भी हैं. इसमें श्वेत बटन मशरूम जीवाणुरोधक होता है. यह हमें सालमोनोला टायफी तथा इश्चेरिशया कोलाई जीवाणुओं से होने वाले रोगों से बचाता है. जबकि बोलिटस एडुलिस और लेंटीनस इडोसस मशरूम इन्फ्लुएंजा विषाणु के प्रति अवरोधक है. ढींगरी मशरूम मानव शरीर में होने वाली गिल्टियों के प्रति अवरोधक है. साथ ही यह मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द में भी लाभदायक होता है.
गठिया में लाभकारी
बोलिटस एडुलिस मशरूम को सुखाकर अंतड़ियों का मुड़ना, गठिया रोग, चेहरे के दाग -धब्बे मिटाने, आँखों की बीमारियों में लोशन बनाने, मलद्वार की गूदेदार अपवृधि को रोकने, दुर्गन्ध देने वाले फोड़े के लेप और कुत्ते काटने पर प्रयोग किया जाता है,
पेचिश में लाभदायक Mushroom Health Benefits in Hindi
बोलिटस सटानस मशरूम का प्रयोग पेचिश, पित्ताशय एवं लीवर संबंधी बीमारियों को ठीक करने में किया जाता है.
आखों के रोगों में लाभदायक
आरीकुलेरिया औरिकुला मशरूम का प्रयोग आँखों की सुजन एवं जलन तथा गले की सुजन में भी किया जाता है.
मधुमेह में लाभदायक Mushroom Health Benefits in Hindi
मिल्की मशरूम में फाइबर की अधिक मात्रा होने के कारण यह कब्ज, पेप्टिक अल्सर, डायबिटीज, हार्ट की बीमारियों , मिरगी, हैजा, ज्वर, दाद, दस्त रोकने, एनीमिया, ब्लीडिंग रोकने, किडनी की बीमारियों की दवा बनाने में प्रयोग किया जाता है. मशरूम की कुछ प्रजातियों का उपयोग होमियोपैथी दवा बनाने में भी किया जाता है. मशरूम की कुछ प्रजातियों का प्रयोग सौंदर्य प्रसाधनों के निर्माण में भी किया जाता है.
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